tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post2201332798728016913..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: पहले राज ठाकरे अब शिवराज सिंह चौहान से बिहारी नेतागण नाराज़......क्योँ,???आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-23282685988018889512009-11-09T21:58:44.489-08:002009-11-09T21:58:44.489-08:00रनधीर जी, मैंने "कहता हूँ" ब्लाग पर आपकी...रनधीर जी, मैंने "कहता हूँ" ब्लाग पर आपकी टिप्पणी पढी। वहाँ पर आपके विचार मेरे विचार के बहुत नजदीक लगे :) अगर आपने उन विचारों का हल्का-सा पुट भी इस आलेख में लिखा होता तो मैं ये टिप्पणियाँ नहीं करता। खैर कोई बात नहीं.... इसी बहाने मुझे भी कुछ कहने का मौका मिल गया।<br /><br />-विश्व दीपकविश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-5925344117504855582009-11-09T21:53:08.131-08:002009-11-09T21:53:08.131-08:00अनोप जी,
मैं आपकी बातों का मतलब नहीं समझ सका। अगर ...अनोप जी,<br />मैं आपकी बातों का मतलब नहीं समझ सका। अगर आप यह कहना चाहते हैं कि मैं राज ठाकरे की सोच रखता हूँ तो इस हिसाब से मुझे यह लिखना चाहिए था कि जो भी बिहारियों के खिलाफ़ बोलता है, उसे मारो..उसे ज़िंदा नहीं छोड़ो। लेकिन मैं तो सिर्फ़ यही कह रहा हूँ कि किसी को भी किसी राज्य-विशेष(यहाँ पर बिहार) का नाम नहीं लेना चाहिए। मैंने अपनी टिप्पणी में इसी बात का विरोध किया था। अगर आपको मेरी टिप्पणी से कुछ और हीं समझ आ गया तो इसमें मेरा दोष नहीं है।<br /><br />रनधीर जी, मैं आपकी हर बात का समर्थन करता हूँ लेकिन इस बात का नहीं कि जहाँ भी फैक्ट्री बैठती है वहाँ शत प्रतिशत बिहार के लोग हीं पहुँच जाते हैं। आप जरा इस बात पर विचार कीजिएगा कि अगर कहीं बिहार के लोगों को नौकरी मिलती है तो क्यों मिलती है, क्या वे लोग वहाँ भीख माँगकर नौकरी लेते हैं या फिर ठेकेदारों का भी कोई स्वार्थ होता है। अगर मध्य-प्रदेश के लोग वहाँ नौकरी नहीं कर पा रहे तो इसमें बड़ा दोष वहाँ की लोकल जनता का है, जो अपने आप को बिहारियों से ऊपर समझती है(और वैसे भी आजकल तो बिहारियॊं को नीचा दिखाने का फ़ैशन चला हुआ है, इसलिए इस मामले में क्या नया कहूँ?)<br /><br />मैं आपकी इस बात का पूर्णत: समर्थन करता हूँ कि बिहार के नेताओं ने बिहार का बड़ा हीं बेड़ा गर्क किया है,लेकिन अगर हम हीं ऐसे नेताओं को चुनेंगे तो बुरा होगा हीं। अगर हमें कुछ अच्छा करना है तो हमें बिहार जाकर वोट करना चाहिए। क्या हम और आप ऐसा करते हैं?<br /><br />बहुत सारे मुद्दे उठ गए इसमें, इसलिए कन्फ़्यूज मत हो जाईयेगा :)<br /><br />-विश्व दीपकविश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-70722089908406694702009-11-09T08:38:00.982-08:002009-11-09T08:38:00.982-08:00रणधीर जी यकीन मानिये कि विश्वदीपक जी राज ठाकरे की ...रणधीर जी यकीन मानिये कि विश्वदीपक जी राज ठाकरे की सोच रखते हैं जो कि देश मे भी राज्यों के बीच की लकीरों को गहरा करते रहते हैं जिससे राष्ट्रीय भावना का सीधा हनन होता है।<br />जय नकलंक देव<br />जय जय भड़ासअनोप मंडलhttps://www.blogger.com/profile/05087851294634437587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-67072979215655512682009-11-09T00:40:02.774-08:002009-11-09T00:40:02.774-08:00विश्व दीपक जी,
सबसे पहले धन्यवाद आपका की आपने अप...विश्व दीपक जी, <br /><br />सबसे पहले धन्यवाद आपका की आपने अपने विचार रखे लेकिन साथ ही आपका ये मान लेना की मैं शिवराज की बातों का समर्थन कर था सर्वथा ही उचित नहीं है....मैंने ये भी लिखा है की संविधान हमें ये हक देता है की हम अपने मन से फैसला कर सकते है कहाँ रहें और कहाँ नौकरी करें" --- मेरी नाराज़गी किसी और से क्योँ हो जबकि हमारे राजनितिक रहनुमा सिवाय भावनाओं को भड़काने के सिवाय कुछ नहीं करते"<br /><br />आपके घर पर अगर कोई फक्ट्री लगे और उसमे सारे म.प्र. के लोग आकर नौकरी करें तो शायद आप भी वही भाषा बोलेंगे जो की "शिव्र्राज या फिर राज बोल रहा है" <br /><br />मैं बिहार से बाहर हूँ और कोई भी रह सकता है, लेकिन लोकल लोगों की उपेक्षा आप नहीं कर सकते, <br /><br />भावना के स्टार से ऊपर उठकर सोचिये तो आप भी वही कहेंगे जो मैं कह रहा हूँ....<br /><br />मेरा एक कमेन्ट यहाँ भी है समय मिले तो पढियेगा. http://kahtahoon.blogspot.com/Dreamerhttps://www.blogger.com/profile/01153670947134182740noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-26906059647683072572009-11-08T10:15:45.815-08:002009-11-08T10:15:45.815-08:00रनधीर जी, मुझे बस यह बताईये कि वर्त्तमान में आप बि...रनधीर जी, मुझे बस यह बताईये कि वर्त्तमान में आप बिहार में हैं या बिहार से बाहर? अगर बिहार में हैं तो आपको यह सब कहने का हक़ बनता है नहीं तो अगर आपभी बाहर रहते हैं तो खुद आप हीं दूसरे की दया के मोहताज़ हैं। बिहार के नेताओं की बातों से घिन्न आती है आपको, लेकिन यह समझ नहीं आता कि किसी भी इंसान को "बिहार" शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अगर मध्य-प्रदेश के मुख्यमंत्री को बाहर के लोग पसंद नहीं तो सीधे कहते कि यहाँ घर वालों को नौकरी मिलनी चाहिए, बाहर वालों को नहीं। "बिहारियों को नहीं" यह कहने से तो सीधे-सीधे एकमात्र बिहारियों के प्रति उनके नफ़रत का बोध होता है। मैं नहीं कह रहा कि हमारे(हाँ, मैं भी बिहार का हूँ) नेता सही हैं,लेकिन हमारे यहाँ के लोग(आप और हम) कितना सही हैं जो खुद पर पड़ने वाले चोट को बढिया बताते हैं...कभी आराम से इसपर विचार कीजिएगा। आप अच्छी नौकरी कर रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं कि हमारे यहाँ के मजदूरों को मजदूरी से भी वंचित कर दिया जाए।<br /><br />-विश्व दीपकविश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.com