tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post2264733124625387944..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: प्रवीण शाह जी शैतान, पिशाच, राक्षस, रुद्राक्षनाथ और न जाने कितनों को आपकी बात की प्रतीक्षा हैआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-28350433271325783462011-05-15T20:22:14.576-07:002011-05-15T20:22:14.576-07:00.
.
.
@ आदरणीय डॉ० साहब,
भ्रम के निराकरण हेतु आभा....<br />.<br />.<br />@ आदरणीय डॉ० साहब,<br /><br />भ्रम के निराकरण हेतु आभार,<br /><br />अब उन दोनों पोस्टों के बारे में भी बता दीजिये कि वह क्यों नहीं वापस आ रही हैं ।<br /><br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-61449331368898877022011-05-15T08:33:41.796-07:002011-05-15T08:33:41.796-07:00प्रवीण शाह जी एक स्पष्ट बात कि भड़ास के सिर्फ़ दो सं...प्रवीण शाह जी एक स्पष्ट बात कि भड़ास के सिर्फ़ दो संचालक हैं एक तो मैं यानि डा.रूपेश श्रीवास्तव और दूसरे भाई रजनीश के झा। आप लोग जबरन इस बात को रोपित मत करिये कि भड़ास का कोई दूसरा संचालक है आप लोगों के भ्रम से अनूप मंडल जो कि नितांत असत्य है। आप लोग पहले इस भ्रम का निराकरण कर लीजिये।<br />दूसरी बात कि आप किस देश में रहते हैं मैं नहीं जानता लेकिन अपने एकाउंट में जाकर समय और तिथि सेट कर लीजिये इसका मेरे एकाउंट से कोई लेना देना नहीं है।<br />तीसरी बात कि भड़ास के सदस्य बनने से पहले आप कहा करते थे कि टाइम किसके पास है लेकिन भड़ास पर आते ही आप विश्राम में आ गए हैं अब आप भी आराम से भड़ास धीरे-धीरे निकालने मे यकीन करने लगे हैं :)<br />जरा अमित जैन से पता तो करिये कि कौन से पक्के सबूत(?)हैं और किस बात से सम्बद्ध हैं या अब उन्होंने आपको बताना बंद कर दिया??.....;)<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-42742880548761312902011-05-14T22:45:00.740-07:002011-05-14T22:45:00.740-07:00.
.
.
और हाँ,
एक अनुरोध भी,
अगर ईरादतन ऐसा न किय....<br />.<br />.<br />और हाँ, <br />एक अनुरोध भी, <br />अगर ईरादतन ऐसा न किया गया हो तो कृपया सेटिंग में जाकर दिन व समय सही कर दें, मेरे विचार से मुम्बई का ही समय सेट कर दें... अन्यथा मैं कमेंट कर रहा हूँ १५/५ रविवार दिन ११ बजे और लिखा जो आ रहा है वह ऊपर है... <br /><br /><br />...<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-82018678747326329262011-05-14T22:35:25.410-07:002011-05-14T22:35:25.410-07:00.
.
.
वाह, यह हुई न बात !
आदरणीय डॉ० साहब, उस दौर....<br />.<br />.<br />वाह, यह हुई न बात !<br /><br />आदरणीय डॉ० साहब, उस दौरान मेरी एक पोस्ट आई थी जिस पर आपका कमेंट था... फिर उसी कमेंट को विस्तार देते हुऐ आपकी एक पोस्ट भी थी... मैं इंतजार में हूँ कि ब्लॉगर कब उनको दोबारा वापस लाता है...<br /><br />पोस्टें वापस आने दीजिये... अगर तीसरे संचालक ने मिटाई न हों तो... :)... फिर बात करते हैं...<br /><br />भड़ास तो वैसे भी धीरे-धीरे आराम से ही निकलनी चाहिये न ?<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.com