tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post2417285293452672775..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: 26/11 का सच, आईने से अलग (नजरिया)आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-17718567233606653092009-11-27T01:09:23.036-08:002009-11-27T01:09:23.036-08:00मोमबत्तियों का अच्छा धंधा हो रहा है, NGOs भी अपनी ...मोमबत्तियों का अच्छा धंधा हो रहा है, NGOs भी अपनी चमकाए ले रहे हैं। मुंबई में क्या पूरे देश में कुछ नहीं बदला है जितने कसाब चाहें जब चाहें मुंबई को पेल सकते हैं अभी भी सुरक्षा का ये हाल है जो दिख रहा है वह कागजी घोड़े हैं और दिखावे का चूतियापा। अस्मिता पहले भी तार-तार थी आज भी है बस ये तो हम हैं जो अपनी फटी को अपने हाथों से ढंक कर मुस्कराते रहते हैं<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com