tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post2518905080091341369..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: बलात्कार की कानूनी सुविधा .....आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-79342739464951000362009-04-17T04:14:00.000-07:002009-04-17T04:14:00.000-07:00sahi kaha yah baltkaar se kam nahi....laanat hai a...sahi kaha yah baltkaar se kam nahi....laanat hai aise krity par ...aur karjayi ke kaanun par...mark raihttps://www.blogger.com/profile/11466538793942348029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-72060542408247880622009-04-17T00:29:00.000-07:002009-04-17T00:29:00.000-07:00जैनब आपा अपने मार्मिक ढंग से कबाइली इलाकों में औरत...जैनब आपा अपने मार्मिक ढंग से कबाइली इलाकों में औरतों पर बढते पुरुष प्रधान समाज के ज़ुल्म को रखांकित किया है मै आपसे पूरी तरह सहमत हूँ हाँ लेकिन इतना ज़रूर कहूँगा की कम से कम इसलाम में इस तरह के ज़ुल्म और ज्यादती की कोई जगह नहीं है लेकिन आज जिस तरह से मज़हब को आगे करके अपना उल्लू सीधा करने का प्रचालन बढता जा रहा है उससे ज़रूर धर्म को ठेस पहुँच रही है.....,<br />[डॉक्टर साहब जंगल का कानून और दोनों जहाँ के मालिक के आगे घुटने टेकने में बहोत फर्क है]<br /><br />आपका हमवतन भाई.......गुफरान....अवध पीपुल्स फोरम फैजाबाद......गुफरान सिद्दीकीhttps://www.blogger.com/profile/00680052955710032455noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-68461686333190685972009-04-16T09:04:00.000-07:002009-04-16T09:04:00.000-07:00ज़ैनब आपा,आप सही कह रही हैं हमारे लिये हिंदुस्तान स...ज़ैनब आपा,आप सही कह रही हैं हमारे लिये हिंदुस्तान सबसे सुरक्षित देश है, आपसे पूरी तरह सहमति है<br />जय जय भड़ासमुनव्वर सुल्ताना Munawwar Sultana منور سلطانہhttps://www.blogger.com/profile/07581617208915603720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-57217979337536558502009-04-16T05:14:00.000-07:002009-04-16T05:14:00.000-07:00ये जो भी कानून में धर्म(धर्मान्धता) का शर्बत मिलाय...ये जो भी कानून में धर्म(धर्मान्धता) का शर्बत मिलाया जा रहा है वह साफ़ बताता है कि ये लोग अभी भी कबायली सोच के लोग हैं जो कि जंगल के कानून को ही मानते हैं और चलती हुई तेज़ हवा,आसमानी बिजली की कड़क के आगे दो जहां के मालिक के आगे घुटने टेक कर उसके नेक बंदे बन जाने में ही यकीन रखते हैं। आपने जो लिखा सहमत होंगी सभी(?)भारतीय जागरूक महिलाएं इस दरिंदगी के विरोध में....<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com