tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post3767495108235938639..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: आनर किलिंग का विरोध करने वाले गद्दार !!!आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-77563373948305619692010-09-15T23:30:21.417-07:002010-09-15T23:30:21.417-07:00तौसिफ भाई,
लिखने से पहले लेख तो तो समझ लिया करो गु...तौसिफ भाई,<br />लिखने से पहले लेख तो तो समझ लिया करो गुरु, ये राम सीता को क्यूँ बीच में ला रहे हो, हमने तो मोहम्मद साहिब का नाम नहीं लिया, बिना जाने बिना समझे बिना ज्ञान के टिपण्णी करने से बचो. कुछ भी कह देने से लोग ग्यानी नहीं बन जाते जैसे कौवा सफेदी करके हंस नहीं बन जाता है.<br />लेख को पढो दस बार शायद अर्थ समझ में आ जाये.<br />जय जय भड़ासआर्यावर्त डेस्कhttps://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-25784294135207756972010-09-14T11:43:36.341-07:002010-09-14T11:43:36.341-07:00रजनीश भाई ये आपने क्या लिख डाला कल तक जो जनाब तौसी...रजनीश भाई ये आपने क्या लिख डाला कल तक जो जनाब तौसीफ़ हिन्दुस्तानी आपको गरिया रहे थे आज आपके साथ स्रुर मिला कर गाना गा रहे हैं। प्रेस क्लब के बारे में ज्यादा कुछ बोल या लिख दिया तो हो सकता है कि दुबारा बुरा मान जाएं<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-47554802827101657892010-09-14T10:22:04.150-07:002010-09-14T10:22:04.150-07:00शीर्षक देख कर तो एक बार घबरा ही गई थी की ये क्या ल...शीर्षक देख कर तो एक बार घबरा ही गई थी की ये क्या लिखा है पढ़ कर पता चला की ये तो कुछ और ही है | सही कहा आपने देश के सम्मान के लिए हसते हुए मौत को गले लगने को और क्या कह सकते है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-82593248874685690112010-09-14T02:30:14.560-07:002010-09-14T02:30:14.560-07:00बिलकुल सही कहा आपने राम ने मन सम्मान के लिए सीता ...बिलकुल सही कहा आपने राम ने मन सम्मान के लिए सीता की दो बार परीक्षा ली और सारी तकलीफ सिर्फ सीता ने सहा कभी जंगल में राम के साथ तो कभी रावण के साथ तो कभी वाल्मीकि के साथ . हमें तो अपना मन सम्मान नारी जाती को तडपाने में और उन्हें sati करने में और सम्मान के नाम पे जान से मारने में बचा है <br />dabirnews.blogspot.comTausif Hindustanihttps://www.blogger.com/profile/13794797683013534839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-72633430380661035682010-09-14T01:59:18.156-07:002010-09-14T01:59:18.156-07:00बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....
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भाषा का सवाल सत्ता के ...बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....<br />.<br />भाषा का सवाल सत्ता के साथ बदलता है.अंग्रेज़ी के साथ सत्ता की मौजूदगी हमेशा से रही है. उसे सुनाई ही अंग्रेज़ी पड़ती है और सत्ता चलाने के लिए उसे ज़रुरत भी अंग्रेज़ी की ही पड़ती है,<br />हिंदी दिवस की शुभ कामनाएं<br /><br />एक बार इसे जरुर पढ़े, आपको पसंद आएगा :-<br />(प्यारी सीता, मैं यहाँ खुश हूँ, आशा है तू भी ठीक होगी .....)<br />http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_14.htmlगजेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14299561081216186994noreply@blogger.com