tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post4154154833936430619..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: खुल गया रहस्य बेनामी कमेंट के बिना अनुमति प्रकाशित हो जाने काआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-49049035079322457052009-08-27T00:42:00.307-07:002009-08-27T00:42:00.307-07:00भाई आप लोग सत्य कह रहे हैं कि ये किसी सदस्य द्वारा...भाई आप लोग सत्य कह रहे हैं कि ये किसी सदस्य द्वारा ही करा जा सकता है लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि हम भड़ास से किसी की सदस्यता ऐसे ही समाप्त नहीं करते वह भले कितना भी बुरा क्यों न हो बल्कि विचार विमर्श करते हैं। यदि विमर्श से न माने तो उसे यहीं बांध कर तब तक रगेदते हैं जब तक कि वह खुद ही दुम दबा कर न भाग जाए या सुधर जाए। ऐसा एक बार एक प्रशांत नाम के बंदे के साथ हो चुका है। हमने उसे नहीं भगाया बल्कि जब उसके पास उसकी बेवकूफ़ी भड़ासियों के आग्नेय विचारों के आगे न चली तो खुद ही सदस्यता समाप्त करके भाग गया। गुफ़रान भाई ने उस विमर्श में खुल कर हिस्सा लिया था। हम इस मामले में भीऐसा ही करेंगे जिसे जो धूर्तता और कुटिलता करनी है करले हमारे पास इस कमीनेपन का कड़ा उत्तर हमारी निष्कपटता और सादगी है। यही हमारी ताकत है जो दिन ब दिन बढ़ती जाएगी। आप अपना काम करते रहें। सत्यमेव जयते का विश्वास साथ रखिये।<br />फोन द्वारा तत्काल सूचित करने के लिये आभार....<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com