tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post416675675132269960..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: डॉक्टर रुपेश श्रीवास्तव जी के नामआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-68332524275917983702009-09-12T03:02:26.738-07:002009-09-12T03:02:26.738-07:00भाई सुमन,
आज हमारे देश में सबसे बड़ा विषाद ये जाति...भाई सुमन,<br />आज हमारे देश में सबसे बड़ा विषाद ये जाति पाति मजहब और कौम का ही तो है, जिसका जहर फैलाकर अपने अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए ये लोग कुछ भी कर गुजर जाएँ. इनकी इस विचारधारा की पोल तो वाकई में खुल गयी है और इसका परिणाम इस बार के लोकसभा चुनाव में सभी ने देखा, आधी चड्ढी वाले अपनी चड्ढी सम्हालते नजर आये,<br />पता नहीं कब समझ आएगा की इस देश की अस्मिता भगवा नहीं हरा नहीं बल्की तिरंगा है.<br />जय जय भड़ासAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-37990897259016505062009-09-12T00:37:16.994-07:002009-09-12T00:37:16.994-07:00सुमन भाईसाहब आप इन राक्षसी सोच के लोगों का दुःसाहस...सुमन भाईसाहब आप इन राक्षसी सोच के लोगों का दुःसाहस तो देखिये कि अपनी नीचता को दुनिया के सामने रखते हैं और उसे सही बताने के लिये अपने ही जैसे धूर्तों की फौज इकट्ठा कर लेते हैं। डा.साहब के ऊपर आरोप लगा रहे हैं कि वे सेक्युलर हैं तो ये इनकी दुष्टता है ऐसा नहीं है कि ये सेक्युलर का अर्थ न जानते हों लेकिन जो नहीं जानते उन्हें तो भ्रमित कर ही सकते हैं। ये सचमुच राक्षस हैं और आप देख सकते हैं कि संजय बेंगाणी इसके पक्ष में आकर हिंदुत्त्व का गाना गा रहा है जबकि वो है जैन राक्षस...<br />जय नकलंक देव<br />जय जय भड़ासअनोप मंडलhttps://www.blogger.com/profile/05087851294634437587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-8110550942533394852009-09-11T07:26:37.956-07:002009-09-11T07:26:37.956-07:00भाई सुमन साहब आपने और डा.साहब ने जो बात कही है वह ...भाई सुमन साहब आपने और डा.साहब ने जो बात कही है वह सामान्यतः हर आदमी की समझ में नहीं आती। लोकतंत्र की अवधारणा को तोड़-मरोड़ कर ये लोग भीड़तंत्र बना रहे हैं इन लोगों को लगता है कि इनके हितों में जो बात है उसके समर्थन में जो कुछ भी हो वह सही है। शिक्षा से लेकर राजनीति तक हर क्षेत्र इनके लिये अखाड़ा है। आपको साधुवाद<br />जय जय भड़ासदीनबन्धुhttps://www.blogger.com/profile/16791040700205738985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-69426734754134787262009-09-11T06:09:34.455-07:002009-09-11T06:09:34.455-07:00ईस विचारधारा को नजदीक से जानकर तो देखिये। यह जाती-...ईस विचारधारा को नजदीक से जानकर तो देखिये। यह जाती-बन्धनो को तोड़ने वाली व भारत को अखण्ड़ बनाने वाली व समय से पूर्व समाज को सचेत करने वाली है।<br />हालाँकी ईसके राजनितिक पहलू का में भी विरोधी हूँ।KSP1857https://www.blogger.com/profile/03683528480819778273noreply@blogger.com