tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post4438569830526009132..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: बेबस आयोग, भारी पड़ता राजनीति और मीडिया !!!!!आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-3072523533331813982009-03-24T00:20:00.000-07:002009-03-24T00:20:00.000-07:00रजनीश भाई क्या चुनाव आयोग और क्या लोक तंत्र सब लूट...रजनीश भाई क्या चुनाव आयोग और क्या लोक तंत्र सब लूट घसोट के ज़रिये हैं इन राजनितिक दलालों की सुविधाओं के लिए बनाये गए हैं इन सालों के लिए भी जब तक कोई भगत सिंह नहीं आयेगा तब तक ये सेल देश को नीलाम करते रहेंगे.......अच्छा मुद्दा बहस के लिए चुना आपने.<BR/><BR/>आपका हमवतन भाई ..गुफरान..अवध पीपुल्स फोरम फैजाबादगुफरान सिद्दीकीhttps://www.blogger.com/profile/00680052955710032455noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-24285243527399623852009-03-23T20:36:00.000-07:002009-03-23T20:36:00.000-07:00इस बारे में गहराई से जानने के लिये आप सबको आजादी क...इस बारे में गहराई से जानने के लिये आप सबको आजादी के संघर्ष के समय में जाकर इतिहास के दस्तावेजों को खंगालना होगा तब आप जान पाएंगे कि कांग्रेस की उत्पत्ति कैसे और क्यों हुई और उसके कर्णधारों ने किस तरह के भारत का सपना देखा था.....<BR/>जय जय भड़ासअजय मोहनhttps://www.blogger.com/profile/07568104249672133841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-90221754991217912712009-03-23T09:31:00.000-07:002009-03-23T09:31:00.000-07:00रजनीश भाई सच तो ये है कि हम लोगों को जो (अ)व्यवस्थ...रजनीश भाई सच तो ये है कि हम लोगों को जो (अ)व्यवस्था शासन-प्रशासन की बतायी गयी है वह लोकतंत्र नहीं बल्कि एक छद्मलोकतंत्र है जो कि मात्र लोकतंत्र होने का दिखावा करता है वरना हमारे यहां भी स्टेट हेड यानि गवर्नर और नेशन हेड यानि प्रेसिडेंट का चुनाव सीधे पब्लिक मैन्डेट्स से कराया जाता तब जाकर देश की प्रगति की दर अमेरिका जैसी होती। ये तो हमारे देश की स्वतंत्रता के समय के हरामी राजनेताओं ने अंग्रेजों की दी हुई प्रणाली को अपने ही हित में अपना लिया क्योंकि वे जानते हैं ये चूतियों का देश है यहां लोग जाति धर्म और भाषा के आधार पर ही वोट देंगे। जनता के दिमाग की बनावट सामंतवाद के ही अनुरूप है ये देश तो मात्र एक भौगोलिक संरचनाओं का समूह है अभी इसे "राष्ट्र" बनने में शायद हजार साल लगेंगें। आज दिमाग भन्नाया हुआ है<BR/>जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-45944365778185902042009-03-23T06:40:00.000-07:002009-03-23T06:40:00.000-07:00aapne ekdam sahi mudde ko uthaya hai ... chunaaw a...aapne ekdam sahi mudde ko uthaya hai ... chunaaw aayog ko yah adhikar hi nahi hai ki wah kisi ummidwaar ko aachaar sanhita ke ullaghan ke karan rok de yah waastaw me hamaare loktantre ke liye sharm ki baat hai ... sambidhaan me aisa prawadhan hona chahiye jisase ki aayog aise faisele le sake...mark raihttps://www.blogger.com/profile/11466538793942348029noreply@blogger.com