tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post4458900934390695079..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: गुफ़रान सिद्दकी ! यदि मैं दलाल हूँ तो तुम और रणधीर सिंह जैसे लोग वेश्याओं से कम नहीं होआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-44987538883263816452010-06-26T10:53:15.646-07:002010-06-26T10:53:15.646-07:00आदरणीय गुरूदेव मैं कहता हूँ कि इस आदमी को खुद गुफ़र...आदरणीय गुरूदेव मैं कहता हूँ कि इस आदमी को खुद गुफ़रान सिद्दकी ने मजबूर करा है वरना इसने धर्म की तो बात तक नहीं करी है। इसका लिखना दमदार है<br />जय जय भड़ासमुनेन्द्र सोनीhttps://www.blogger.com/profile/01045795613217822984noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-67707419085564267752010-06-24T08:51:30.082-07:002010-06-24T08:51:30.082-07:00क्या लोकतांत्रिक देश जैसे कि भारत जो कि इस्लामिक द...क्या लोकतांत्रिक देश जैसे कि भारत जो कि इस्लामिक देश नहीं हैं <b>काफ़िर मुल्क</b> हैं?क्या ये कुरान शरीफ़ के पन्ने पर कलाकारी करके जोड़ा गया है या सचमुच ये लिखा है?यदि ऐसा है तो इसका स्पष्टीकरण भी होगा। विषय गम्भीर होता जा रहा है अब विमर्श की बजाए जूतम पैजार कर एक दूसरे की खाल उतारने की बात हो रही है। <br />संजय कटारनवरे जी आप लोकतंत्र में पहचान की गोपनीयता की बात करके अब तक सामने नहीं आए लेकिन जो भी आप ला रहे हैं आपको अनुमान भी है कि आप क्या कर रहे हैं?धर्मग्रंथों और ईश्वर संबंधी अवधारणा पर मैंने कभी कोई चर्चा नहीं करी,अब आपने जो करा है उसका परिणाम तत्काल ही किसी वेद या पुराण के पेज की फोटो के रूप में आएगा और फिर ले तेरे की... दे तेरे की...। असल चूतियापा इसी को कहते हैं। क्या बात है सुमन जी से पेट भर गया क्या?आपने सही लिखा है कि इस बात का लाभ हिंदुओं के हिमायती बनने वाले चिरकुट जरूर लेने की कोशिश करेंगे लेकिन उनकी लेने की जिम्मेदारी भी मैं आपको ही देता हूं।<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com