tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post4459712152354134383..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: ओशो रजनीश बने भड़ास के फैन क्लब के सदस्य वर्ष 2009 की शुरुआत से पहले ही.........आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-45115591563313011652009-01-01T22:55:00.000-08:002009-01-01T22:55:00.000-08:00दीदी,ये सचाई है, ग़लती हमारी थी की हमने पहचान करने...दीदी,<BR/>ये सचाई है, ग़लती हमारी थी की हमने पहचान करने में गलती कर ली, लाला जी का सोच रखने वाले, लोगों की भावनाओं और विचारों को जमा कर बेच देने वाले किसी के ना सगे होते हैं ना अपने. जिस तरह से पंखों के बीच ओशो नजर आ रहे हैं राम रहीम जीसस और पता नही क्या क्या बिकते नजर आयेंगे वहां. हमारे देश में लोगों को हुजूम में चलने की बिमारी होती है, विचार और सहकार के अलावे सब चलेगा अगर हुजूम हो, और इसी का फायदा नेता दलाल और बनिए उठाते हैं अपनी स्वार्थ लोलुपता के लिए.<BR/>मगर हम साथ हैं हमारी आत्मा साथ है और भड़ास का विचार और सिद्दांत हमारे साथ है तो हमें पंखों की नही हाथ की जरुरत है जो मिल कर आगे बढे हमें हवा ना दे.<BR/>जय जय भड़ासAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-68590140688908630052008-12-31T20:05:00.000-08:002008-12-31T20:05:00.000-08:00होता है होता है जब बुरे दिनों की शुरूआत होनी होती ...होता है होता है जब बुरे दिनों की शुरूआत होनी होती है तो बुद्धि एडवांस में भ्रष्ट हो जाती है, पंखों वाली बैटरी खूब सारा धन तो कमा लेगा लेकिन हो जाएगा छह अरब से भी ज्यादा लोगों के बीच एकदम अकेला एक सच्चे दोस्त को तरसेगा सदस्यता समाप्त करने से हम तो समाप्त नहीं हो गये.....<BR/>जय जय भड़ासभूमिका रूपेशhttps://www.blogger.com/profile/15110013861538525050noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-75180373342656158092008-12-31T20:01:00.000-08:002008-12-31T20:01:00.000-08:00जितना दुःख आपको है सदस्यता समाप्त करे जाने का उससे...जितना दुःख आपको है सदस्यता समाप्त करे जाने का उससे कहीं ज्यादा दुःख मुझे है क्योंकि मेरे जीवन का एक नया आयाम भड़ास से शुरू हुआ था,हम जिस सोच से लड़ रहे थे हमारा कप्तान ही उस खेमे में चला गया,अफ़सोस तो है पर हौसला नहीं हारना है बढ़े चलना है हर कदम कुपात्रों को गरियाते हुये:)<BR/>जय जय भड़ासहिज(ड़ा) हाईनेस मनीषाhttps://www.blogger.com/profile/09572026001335138221noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-83125648595310405452008-12-31T08:48:00.000-08:002008-12-31T08:48:00.000-08:00आपकी बारंबार जय हो लेकिन पंखे रुकेंगे नहीं बल्कि ब...आपकी बारंबार जय हो लेकिन पंखे रुकेंगे नहीं बल्कि बढ़ते ही जाएंगे जो कि इस बात को प्रमाणित करते हैं कि अंधानुकरण लोगों की सोच में किस कदर घुस चुका है।<BR/>जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-88689970481169957932008-12-31T07:27:00.000-08:002008-12-31T07:27:00.000-08:00आपा ये तो होना ही था अभी भगवान रजनीश हैं आने वाले ...आपा ये तो होना ही था अभी भगवान रजनीश हैं आने वाले कल में सारे देवी देवता संत महात्मा आपकी पंखों वाली भड़ास ज्वाइन करेंगे तभी तो साल २००९ उज्ज्वल होगा,हमे अंधेरे मुबारक हों।<BR/>जय जय भड़ासअजय मोहनhttps://www.blogger.com/profile/07568104249672133841noreply@blogger.com