tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post5671183884786693582..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: बीच बाजारी इन नैनन सेआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-91384282330619746572009-10-15T03:31:27.578-07:002009-10-15T03:31:27.578-07:00मनोज भाई मजा आ गया आपके इस व्यंग लेख में। मैंने दो...मनोज भाई मजा आ गया आपके इस व्यंग लेख में। मैंने दो लाइनें देख कर ही जान लिया था कि ये आपका ही लिखा है, बड़ा खास अंदाज है आपका भड़ास निकालने का :)<br />जय जय भड़ासफ़रहीन नाज़https://www.blogger.com/profile/06194865180721569233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-35045568599737944342009-10-15T03:22:48.745-07:002009-10-15T03:22:48.745-07:00बेहतरीन व्यंग है एकदम झक्कास... प्राणलेवा। सच है क...बेहतरीन व्यंग है एकदम झक्कास... प्राणलेवा। सच है कि आज समस्याओं का जिक्र बस इसी मार्ग से संभव है।<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com