tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post6510076123812993734..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: Re: आज का विषय ।।आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-89655998012528075072010-07-22T05:15:35.378-07:002010-07-22T05:15:35.378-07:00हाँ भवदीय: में दो बिन्दियाँ विसर्ग ही हैं ।
हमने ...हाँ भवदीय: में दो बिन्दियाँ विसर्ग ही हैं ।<br /><br />हमने अपना नाम आनन्द: इसलिये लिखा है कि संज्ञा हमेसा प्रथमा एकवचन में ही होती है । <br />कारण कि यदि हम विसर्ग निकाल देते हैं तो केवल प्रातिपदिक रह जायेगा जो कि व्याकरण की दृष्टि से गलत है अत: यहाँ आनन्द: लिखा गया है ।SANSKRITJAGAThttps://www.blogger.com/profile/12337323262720898734noreply@blogger.com