tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post7147800058259830395..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: पूर्व कानून मंत्री रह चुके शांतिभूषण जी अण्णा हजारे के प्रतिनिधि हैं जिन्हें जस्टिस आनन्द सिंह के नाम से ही बुखार आ जाता हैआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-5710727852852260742011-04-12T10:18:19.699-07:002011-04-12T10:18:19.699-07:00बुखार की गोली बाटने फिर आ गये वकील साहबबुखार की गोली बाटने फिर आ गये वकील साहबAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-42140470969389486112011-04-11T10:23:35.426-07:002011-04-11T10:23:35.426-07:00मैं भी आप सब की सोच से इत्तेफ़ाक रखता हूं।मैं भी आप सब की सोच से इत्तेफ़ाक रखता हूं।मोहम्मद उमर रफ़ाईhttps://www.blogger.com/profile/16708655271400517558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-3099234212566220622011-04-10T01:07:06.910-07:002011-04-10T01:07:06.910-07:00मैं आपकी बात से शत-प्रतिशत सहमत हूं क्योंकि जब तक ...मैं आपकी बात से शत-प्रतिशत सहमत हूं क्योंकि जब तक हमारे देश की जनता की सोच लोकतंत्र के अनुकूल परिपक्व नहीं हो जाती ऐसी व्यवस्थाओं और कानूनों का कोई औचित्य नहीं है। शांतिभूषण हों या अशांतिदूषण इस सिस्टम में सारे के सार खरदूषण ही सिद्ध होते हैं जैसे ही ताकत हाथ में आती है इनकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। आप देखिये कि भाई सुमन जी भी हमारी बात से सहमत हैं और अपने अंदाज़ में सहमति जता रहे हैं।<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-69476025176171894112011-04-09T18:05:39.236-07:002011-04-09T18:05:39.236-07:00niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.com