tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post7945145749653823932..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: अखंड बृह्मचारी बजरंग बली हनुमान जी के भक्तों के लिये खुशखबरीआर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-81569764024406221792011-09-29T04:43:00.244-07:002011-09-29T04:43:00.244-07:00अखंड बृह्मचारी बजरंग बली हनुमान जी के भक्तों के लि...अखंड बृह्मचारी बजरंग बली हनुमान जी के भक्तों के लिये खुशखबरी --- पोस्ट का जवाब <br /><br />भारतीय समाज में बल सयम पौरुष के प्रतिक हनुमानजी के ब्रह्मचर्य पर उठाकर जो प्रमाण आपश्री ने दिया है वह सरासर झूठा है . <br />जैन समाज की अहिंसा, जीव रक्षा, तितिक्षा का हम तहेदिल से आदर कृते है > पर कुछ विकृत मस्तिष्क के लोग जो जैन व हिन्दू समाज में फूट डालना चाहते है इस तरह के व्यर्थ विवाद खड़े कर रहे है . <br />आजकल जैन रामायण, जैन पद्म पुराण इत्यादि ग्रन्थ जिनके प्रमाण उधृत किये जाते है . उनका मूल सत्य से दूर दूर तक का भी सम्बन्ध नहीं है .<br />हिन्दू धर्मं ग्रंथो में विकृतिया करके ये ग्रन्थ बनाये गए है . आपको हंसी आयेगे उन्हें पढ़कर भगवन राम, रजा दशरथ को भी उन्होंने जैन धर्म में दीक्षित बताया है. मैंने उनका कुछ अध्ययन किया है ><br />आजकल तो कही कही पर ताड़ पत्र पर लोग विशेष प्रक्रिया से श्लोक उकेर देंगे, फिर आपसे बोलेगे की ये सेकड़ो साल पुराना है ><br />सो सुज्ञ पाठक विचलित न हो > इस बात में कोई दम नहीं है > हिन्दू साश्त्रो में महाभारत, श्रीमद वल्मीके रामायण आदि प्रमाणिक ग्रन्थ उपलब्ध है जिनमे हनुमानजी के सुन्दर चरित्रों का वर्णन है .<br />और किसी को प्रमाण चाहिए तो इस युग में आज भी हनुमान जी प्रकट हो सकते है > भक्तो के कार्य सिद्ध करते है .<br />किसीके दिमाक में हनुमान जी के ब्रह्मचारी न होने का भूत लगा हो तो हम असी विधि जानते है जिससे हनुमानजी स्वयं प्रगट होंगे . पर आपका उसमे सयमी होना जरूरी है > आज के आरोप लगाने वाले लोग उनके ब्रह्मचर्य का तेज सहने लायक नही है ><br />सो उनकी बातो में सुज्ञ पाठक न आये .ATUL MISHRAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-29949762426231746712011-09-28T22:44:09.886-07:002011-09-28T22:44:09.886-07:00हो सकता है कि ये रावण और हनुमान दूसरे हों क्योंकि ...हो सकता है कि ये रावण और हनुमान दूसरे हों क्योंकि एक नाम के दो व्यक्ति भी हो सकते हैं। दो राम, दो रावण, दो हनुमान.... दो रामायण ; एक हिन्दुओं की एक जैनों की । अब इस बात पर भी क्या अमित जैन को सफ़ाई देनी पड़ेगी?<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com