tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post8219972956057291531..comments2023-10-25T05:42:29.254-07:00Comments on भड़ास: आर्यावर्त डेस्कhttp://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4413051685021810107.post-80143899531062293292010-10-17T22:59:50.212-07:002010-10-17T22:59:50.212-07:00एक आदमी
रोटी बेलता है
एक आदमी रोटी खाता है
एक तीसर...<b>एक आदमी<br />रोटी बेलता है<br />एक आदमी रोटी खाता है<br />एक तीसरा आदमी भी है<br />जो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता है<br />वह सिर्फ़ रोटी से खेलता है<br />मैं पूछता हूं--<br />'यह तीसरा आदमी कौन है ?'<br />मेरे देश की संसद मौन है।</b><br />कवि धूमिल इस सवाल को करते करते चले गये आजतक अनुत्तरित है<br />जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com