प्रतीक्षा
शुक्रवार, 20 मई 2022
राम ने वर्षो कर ली प्रतीक्षा, कृष्ण पे देरी मत करना।
तारीखों के घनचक्कर की, अब कोई फेरी मत करना।
जनता की चप्पल घिस जाती, न्याय की चौखट में आते-
महादेव हैं ताण्डव करते, घर उनके अँधेरी मत करना।।
कवि पंकज प्रियम
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