आश्चर्य जनक किन्तु सत्य है
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चरक पूजा: अंग्रेजों नें 1863 में कानून बना कर इस प्रथा का अंत किया (चरक
पूजा जब कभी भवन एवं पुल का निर्माण किया जाता था तो शूद्रों की स्त्री, पुरुष
एवं बच...
9 घंटे पहले
1 टिप्पणियाँ:
इन बातों से इन्कार नहीं है कि प्रसिद्धि-कुप्रसिद्धि के लिए इस तरह के टोटके प्रयोग करे जाते हैं लेकिन एक बात तो आपको भी माननी पड़ेगी कि महावीर सेमलानी जी समय पर कन्नी काट जाते हैं क्या सचमुच उनके पास उत्तर नहीं है?
जय जय भड़ास
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