तुम्हारा पोस्टमार्टम नहीं ऑपरेशन करा है।
रविवार, 26 जून 2011
अमित जैन अनूप मंडल, शम्स तबरेज़ और संजय कटारनवरे ने तुम्हारा पोस्टमार्टम नहीं ऑपरेशन करा है। इतने लम्बे समय से तुमने अपने चेहरे पर भेड़( या शायद संजय कटारनवरे के अनुसार गधे) का चेहरा चढ़ा रखा था तो वक्त तो लगने ही वाला है। लेकिन अब तुम्हारा सही चेहरा सामने आ गया है तुम्हारे अंदाज में ही तुम्हारी नवीनतम तस्वीर तुम्हें इस मंच पर दिखा रहा हूँ शायद तुम्हें अच्छी लगेगी। अब बाकी चमड़ी उधेडी जाना बाकी है असल चेहरा दिखने लगा है। खुशी है कि इस ऑपरेशन थियेटर में मैं भी शामिल हूँ। अब तुम बौखला कर मेरा कार्टून बनाना लेकिन साथ में अपने वकील प्रवीण शाह(जैन) को भी बनाना क्योंकि उसकी भी साँस रुक गयी है।
जय जय भड़ास
5 टिप्पणियाँ:
मुनेन्द्र भाई आप अमित जैन की तरह कार्टूनिंग की राह मत पकड़िये आपका लिखना ही धारदार है जो सच दिखा देता है, चुटकुला शायरी कार्टून अमित के लिये छोड़ दीजिये
जय जय भड़ास
मुनेन्द्र भाई आप अमित जैन की तरह कार्टूनिंग की राह मत पकड़िये आपका लिखना ही धारदार है जो सच दिखा देता है, चुटकुला शायरी कार्टून अमित के लिये छोड़ दीजिये
जय जय भड़ास
दो बार इसलिये लिखा कि अमित और मुनेन्द्र भाई दोनो को समझ आ जाए :)
जय जय भड़ास
कार्टूनिंग की राह का ही ये असर है की पेज भर कर गलिया लिखने कके बाद भी बेचारो के BP बढ़ा रहता है , AGAR किसी दिन किसी को हार्ट अटेक आ गया तो मै बेचारा फस जाउगा
खुद ही खुश हो लेते हो कि किसी को हार्ट अटैक आ जाएगा आपके कार्टून्स से इन्हें "फ़ार्ट अटैक" तक नहीं आता होगा। आप प्लीज़ "गलियां" तो सही लिखा करिये इससे तो सचमुच किसी की हवा तक न छूटे
जय जय भड़ास
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