नासमझ की कलम से
मंगलवार, 17 फ़रवरी 2009
लगता है भड़ास पर आज कल एक नई जंग का आगाज हो गया है ,
जिसे मेरे जैसा नासमझ नही समझ पा रहा है
HIANDU VS MUSALMAN
COMMENTRY BOX से नई नई सुचनाए निकल कर आ रही है /
भाई पर एक बात तो बताओ की इन सब का हल क्या है ,
क्या भाई भाई मे लडाई नही होती ,
क्या हर घर मे कोई न कोई सदस्य सारे घर को परेशान नही करता ,
अगर ऐसा है तो आप क्या करते है ,
सोचो
क्या उसे गोली मर देते हो ,
क्या उसे आप अपने से अलग कर देते हो ,
और तो और
मेरे भाई जब तुम्हरे अपने जिस्म मे कोई अंग कुछ देर के लिए ख़राब हो जाता है ,
तो क्या तुम उसे अपने से अलग कर देते हो ,
नही ना ,
फ़िर ये लडाई क्यो ,
जो बहक गया है उसे रास्ते पर लाओ ,
वेरना उसमे या तुम मे क्या फर्क रहेगा /
शायद मै नासमझ आप समझदारों की दुनिया मे प्यार का रास्ता दिखाना चाहता हु ,
अगर पसंद आए तो चल पड़ना और इस विषवमन को विराम देना /
3 टिप्पणियाँ:
अमित सर मुझे तो ये बातें बिलकुल अच्छी नही लग रही हैं जबकि एक तरफ़ वो दुष्ट पाखंडी भड़ास का हत्यारा अपने डा.रूपेश जी के खिलाफ़ साजिश कर रहा है मैंने उसे सबक सिखाया है जब से पैदा हुआ हूं कम्प्यूटर और इंटरनेट पर खेल रहा हूं।
जय जय भड़ास
दोस्त ये सभी बाते मैंने बैचैन परशांत भाई के लिए कही है ./आप अन्यथा न ले
भाई भाई में लडाई होती है तो क्या वो देशद्रोही हो जाता है ,देश के दुसमनों को अपने घर में पनाह देता है, भईया जो कर रहे हो वो करो इस झमेले में मत पडो़ मै हू ना सब सभाल लूगा
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