अभिलाषाओं की करवट फिर सुप्त व्यथा का जगना सुख का सपना हो जाना भींगी पलकों
का लगना। - प्रदीप सिंह
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अभिलाषाओं की करवट फिर सुप्त व्यथा का जगना सुख का सपना हो जाना भींगी पलकों
का लगना।
18 घंटे पहले


4 टिप्पणियाँ:
शुभ कामनाएं सभी भड़ासियों को और हमारे हनुमान बब्बा को भी हैप्पी बर्थ डे
जय श्री राम
जय जय भड़ास
सभी भड़ासियों को हार्दिक शुभकामनाएं, आस्थाओं के दीपक इसी तरह प्रकाशवान बने रहें
सादर
जय जय भड़ास
हनुमान जयंती पर हार्दिक शुभकामनायें
मेरे सबसे प्यारे हिंदू देव हनुमान जी को happy birth day....
मुझे याद है किसी फिल्म में अरशद वारसी ने एक बच्चे से कहा था जैसे सुपर मैन,बैटमैन वैसे ही हनुमैन....
हिंदुओं के देवी देवताओं के स्वरूपों की बात ही सबसे अलग और दिलचस्प होने के साथ मनमोहक भी है।
जय जय भड़ास
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