उल्लू ?

शुक्रवार, 24 अप्रैल 2009

बांकेलाल (प्यारेलाल से)- यार मैं सोचता था कि इस दुनिया में सिर्फ मैं ही उल्लू हूं।
प्यारेलाल (बांकेलाल से)- क्यों क्या हुआ?
बांकेलाल (प्यारेलाल से)- कल मैंने अपनी पत्नी को कश्मीरी सेब लाने को कहा था।
प्यारेलाल (बांकेलाल से)- तो क्या हुआ?
बांकेलाल (प्यारेलाल से)- आज कश्मीर से फोन आया कि उसने सेब खरीद लिए है।

2 टिप्पणियाँ:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) ने कहा…

मुझे समझ में नहीं आता कि ये उल्लू सेब क्यों खाते हैं :)कीड़े मकोड़े और चूहे छिपकलियों से पेट नहीं भरता या फिर शाकाहारी हो चले हैं?
जय जय भड़ास

dr amit jain ने कहा…

sakahari ullu ..............:)

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