भड़ास से दो बर्खास्त (अतीत के पन्ने से..........)
मंगलवार, 5 मई 2009
विगत कई दिनों से भड़ास पर धर्म और जाति विशेष के मुद्दे ने भड़ास की निष्पक्ष छवि को धूमिल करने की पुरी कोशिश की है, धार्मिक मान्यता को ग़लत ढंग से प्रचारित कर क्रमशः सभी धर्मों को दूषित करने का प्रायः किया है। भड़ास भारत की संविधान में पुरी आस्था रखता है, सभी धर्मों का सम्मान करता है कतिपय देश के आमजन की धार्मिक भावना को आहत नही करना चाहता है।
श्री हृदेश अग्रवाल और धीरेन्द्र प्रताप सिंह के विभिन्न लेख ने जो विभिन्न धर्म के लोगों और उनकी मान्यता को आहत किया है को देखते हुए इन दोनों को भड़ास परिवार से तत्काल बर्खास्त किया जाता है।
इनके तमाम लेखों के लिए जो मेरी टिपण्णी थीं उसमें हमेशा सभी धर्म का मान रखने की कोशिश की गयी और सबसे ऊपर हमारा राष्ट्रधर्म के माध्यम से देश का राष्ट्रधर्म भारतीयता कहने की कोशिश की।
भगवन श्री राम के बारे में एक ही बात कहूंगा की माँ सीते की भूमि मिथिला का ये पुत्र राम से ईत्तेफक नही रखता, बावजूद इसके राम की मान्यता को अस्वीकार भी नही करता और राम को नमन करता है।
एक बार फ़िर से तमाम भडासी मित्रों से साग्रह निवेदन की भड़ास की गरिमा बनाते हुए राष्ट्रधर्म का पालन कर भड़ास निकालने की प्रक्रिया सतत जारी रखें।
सादर
भवदीय
रजनीश के झा
संयोजक
भड़ास
2 टिप्पणियाँ:
आपस में मतैक्यता न होने पर भाई आपस में ही एक दूसरे से भिड़ जाते हैं लेकिन जब बात राष्ट्र की हो तब हम सब एक थे हैं और सदा रहेंगे। आप देख सकते हैं कि दोनो भाई और रजनीश जी फिर इसी मंच पर एक साथ हैं इसे कहते हैं भड़ासाना प्यार...
जिसने समझ लिया वह जिंदगी भर के लिये जुड़ गया
जय जय भड़ास
रजनीश भाई क्या आपको ऐसा नहीं लगता की कहीं गलती हो रही है समाज को देखने का सब का अपना अपना नज़रिया है हृदयेश भाई या धरेंद्र भाई की बात है तो इनमे कुछ भी नया नहीं जो भड़ास प् इससे पहले नहीं हुवा देखिये हम अपने मूल विषय से भटक तो नहीं रहे हैं मैंने पहले भी कहा था की भड़ास का काम समाज को आईना दिखाना है और हम समाज के उस तबके की बीमारी इस मंच से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे भाई हृदयेश जैसे करोडों लोग ग्रसित हैं आपका फैसला सही हो सकता है लेकिन हम ऐसे लोगों से अगर इसी तरह भागते रहे तो हमारा मूल उद्देश्य कैसे पूरा होगा ........?
आपका हमवतन भाई........गुफरान.......अवध पीपुल्स फोरम फैजाबाद
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