अपनी भड़ास को सीधे ही अपने ई-मेल द्वारा इस पते पर भेजिये bharhaas.bhadas@blogger.com
भड़ासी अपने चिट्ठों को यहां भड़ास के अपने एग्रीगेटर पर सूचीबद्ध करें अपने चिट्ठे का URL सीधे ही हरे रंग के प्लस(+)के चिन्ह पर क्लिक करके जोड़िये
आप तो चाँद हो जिसे सब याद करते है
हमारी किस्मत तो तारों जैसी है जिसे याद तो दूर
लोग अपनी ख्वाहिश के लिए...
हमारे टूटने की फरियाद करते है.
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
Back to TOP
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें