आज शायरी को मन कर रहा है - अब भुगतो

शनिवार, 11 जुलाई 2009


आप तो चाँद हो जिसे सब याद करते है
हमारी किस्मत तो तारों जैसी है जिसे याद तो दूर
लोग अपनी ख्वाहिश के लिए...
हमारे टूटने की फरियाद करते है.

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