राजा का जवाब
-
राजा का जवाब यूनान में एक राजा हुआ। जिसे खुद को शेर कहना और कहलवाना बहुत
पसंद था। उसका सीना बहुत कम था,मगर कवच बहुत भारी और चौड़ा पहनता। जिससे वह
बहुत रौबद...
1 दिन पहले
अपनी भड़ास को सीधे ही अपने ई-मेल द्वारा इस पते पर भेजिये bharhaas.bhadas@blogger.com
भड़ासी अपने चिट्ठों को यहां भड़ास के अपने एग्रीगेटर पर सूचीबद्ध करें अपने चिट्ठे का URL सीधे ही हरे रंग के प्लस(+)के चिन्ह पर क्लिक करके जोड़िये
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
Back to TOP
3 टिप्पणियाँ:
BHAI SAHAB, KAGJO ME TO DHARTI, GANGA SAB KUCHH BACHAYI JA RAHI HAI..YE SAB TO NETA LOG KARTE HAIN. APKO ISKI LAT KAISE LAG GAYI. DHARTI BACHANE KE LIYE JAMIN PAR KADAM RAKHANE PADTE HAIN. PAR APNE TO LIKHA HAI KADAM YANI CHARAN SEWAK PHIR AP DHARTI SEWAK NAHI HO SAKTE.
मनोज भाईसाहब क्षमा करें, कदम धरती पर ही हैं और अनूप मंडल से जुड़े सारे लोग जमीन से जुड़े लोग हैं कोई भी हवा में नहीं उड़ रहा है। स्वामी अनूप दास के चरण सेवक होने का तात्पर्य ये नहीं है कि हम मिट्टी से अलग हो गए। हम मूढ़ हैं,ग्रामीण हैं,शाब्दिक विद्वता नहीं उपजा सके,गूंगे हैं पगलाए बौखलाए बौराए हैं,हमें जो पता है उसे कोई कहने नहीं देता था इसी लिये तो भड़ास के मंच पर आप सबके सामने आएं हैं आशा है कि हम अपनी टूटी-फूटी जो बातें सच बताने के लिये लिख पा रहे हैं आप विद्वजन समझ लेंगे कि क्या चालाकियां करी जा रही हैं। भूलों को क्षमा करें लेकिन आप अपने स्तर पर सजग रह कर हमारी बातों को अवश्य जांचें और देखे कि हम महावीर सेमलानी या अमित जैन का पर्दाफ़ाश कैसे कर रहे हैं कि ये क्या धूर्तता दिखाते हैं भोलेपन का मुखौटा लगा कर।
जय जय भड़ास
जय नकलंक
अनूप मंडल
अबे क्यों लम्बी लम्बी गा रहा है साले , कुछ अकल की भी बात किया कर अनूप लल्लू
एक टिप्पणी भेजें