भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना दिवस के अवसर पर
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना दिवस के अवसर पर
8 घंटे पहले
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व्याकुल उद्वेलित लहरें,
पूर्णिमा -उदधि आलिंगन ।
आवृति नैराश्य विवशता ,
छायानट का सम्मोहन ॥
जगती तेरा सम्मोहन,
युग-युग की व्यथा पुरानी।
यामिनी सिसकती -काया,
सविता की आस पुरानी।
योवन की मधुशाला में,
बाला है पीने वाले।
चिंतन है यही बताता ,
साथी है खाली प्याले ॥
डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
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