संघ के सौ साल
-
संघ के सौ साल प्रेमकुमार मणि संघ यानि राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ या संक्षेप
में आरएसएस. 2025 इसकी स्थापना का शताब्दी वर्ष है. किसी जातक केलिए कामना की
जाती ह...
17 घंटे पहले
अपनी भड़ास को सीधे ही अपने ई-मेल द्वारा इस पते पर भेजिये bharhaas.bhadas@blogger.com
भड़ासी अपने चिट्ठों को यहां भड़ास के अपने एग्रीगेटर पर सूचीबद्ध करें अपने चिट्ठे का URL सीधे ही हरे रंग के प्लस(+)के चिन्ह पर क्लिक करके जोड़िये
क्या मिलन विरह में अन्तर,
सम्भव जान पड़ते हैं।
निद्रा संगिनी होती तो,
सपने जगते रहते हैं॥
जीवन का सस्वर होना,
विधि का वरदान नही है।
आरोह पतन की सीमा,
इतना जग नाम नही है॥
मिट्टी से मिट्टी का तन,
मिट्टी में मिट्टी का तन।
हिमबिंदु निशा अवगुण्ठन,
ज्योतित क्षण भर का जीवन ॥
डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
Back to TOP
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें