क्या नदीम अख्तर जी भड़ासी हैं????
गुरुवार, 5 नवंबर 2009
संचालक श्री रजनीश के.झा जी के सिर के ऊपर सुशोभित नदीम अख्तर क्या भड़ास से किसी भी तरह से जुड़े हैं? कभी इनकी कोई पोस्ट तो दूर मैंने कमेंट तक नहीं देखा। आप लोगों ने इन्हें यहां क्यों सजा रखा है? आपको याद होगा कि इन्होंने लिखा था कि इनके ब्लाग रांचीहल्ला को भड़ास पर लगा लें। मैं इनके ब्लाग पर गया तो देखा कि एक कोने में यशवंत सिंह ने लिख रखा है कि "क्या बात है डा.रूपेश की भड़ास पर चिपकने के लिये रिरिया रहे हो"। लेकिन इनमें इतना तक साहस नहीं कि उसे जवाब दे सकें, चुप्पी साध कर साधु बन गये हैं।
आप लोगों ने देखा कि परछाइयों वाली छाया दीदी में साहस है उन्होंने ससम्मान भड़ास की लिंक अपने ब्लाग पर लगायी है। नदीम अख्तर के ब्लाग पर भी तमाम लोगों को जोड़ा हुआ है लेकिन वो एक खास जमात है।
भड़ास के संचालकों से निवेदन है कि कोई भी लल्लू-पंजू आकर कहेगा कि आप उसे भड़ास के पन्ने पर लगा दें तो आप लगा देंगे? भड़ास से जुड़ने की पहली शर्त है कि इंसान साहसी और सच्चा हो, मक्कारों और डरपोक लोगों की भड़ास पर जगह नहीं है। इसे हटा दीजिये जब तक नहीं हटाते मैं लिखता रहूंगा।
जय जय भड़ास
3 टिप्पणियाँ:
बासित भाई,मुंबई हमले के बाद अब लिख रहें हैं आप, लगभग पूरे एक साल बाद... सीधा हमला नदीम अख्तर के ऊपर :)
आपने सही लिखा है कि नदीम अख्तर जी भड़ास से किसी तरह नहीं जुड़े हैं लेकिन इन्होंने एक पोस्ट लिखी थी जिसमें कि इन्होंने रांचीहल्ला को भड़ास पर जोड़ने के लिये आदेश करा था, सो हमने जोड़ दिया। जो एक बार भड़ास पर आकर हमें गाली भी दे जाए वो हमारा हो जाता है अगर नदीम भाई किसी कारण से भड़ास की कड़ी को अपने ब्लाग पर नहीं जोड़ रहे हैं तो इसमें नाराज़गी क्यों है आपको? भड़ास को भी जोड़ना कोई शर्त नहीं है, छाया बहन ने अपनी खुशी से जोड़ा है कई लोगों ने नहीं भी जोड़ा है क्या फर्क पड़ता है आप परेशान न हों। लेकिन आप भड़ास निकालते रहें :)
जय जय भड़ास
Dr. Rupesh bahot hi nirmal hriday wale hain. Mujhe bhi aisa hi lagta hai ke agar koi aapke blog ka link apne blog pe lagata hai to yeh aapka kartavya banta hai ke aap bhi unhein wohi adaar dein.
ismein len-den wali koi baat nahi. bass ek basic good manners ki feeling aati hai.
Maine Nadim bhai ka blog padha nahi kabhi... unki apni koi wajah rahi hogi shayad...
Pyar se pooch kar dekhte hai.. kya kehte hain wo :)
Mere blog pe comment ke liye dhanyawad.. Main actually aap bharasiyon ki aabhari hu ke aapne mujhe apni matribhasha mein likhne ko (iss comment mein) ek bahana diya hai.
:)
Pyar aur Aashirwad sahit-
Chhaya
छाया दीदी आपने हिंदी भाषा को लिखा भले ही रोमल लिपि में ही सही ये देख कर बहुत अच्छा लगा। हमारे गुरुदेव डा.रूपेश श्रीवास्तव के व्यक्तित्त्व की सरलता बताने के लिये भाषाएं बौनी पड़ने लगी हैं। भड़ास के प्रति आपका प्रेम देख कर हम सब अनुग्रहीत हैं
जय जय भड़ास
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