हमारे अधिकार, हमारे दायित्व !!
रविवार, 15 नवंबर 2009
बीते दिनों मेल से एक जन हितकारी सुचना वितरित की जा रही थी जो मुझे भी मिली। जागरूकता के लिए लोग सक्रिय हैं इस में कोई इनकार नही हो सकता, सिर्फ़ जागरूकता नही अपितु जागरूकता को सार्वजनिक करने की चेष्टा भी।
श्री रोहित एन धनानी भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता हैं, और लोकहित में उन्होंने अपने वक्तव्ये से स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है जो नीचे आप तस्वीर में देख सकते हैं।
अमूमन लोग किसी दुर्घटना के बाद किसी की भी सहायता करने से कतराते हैं क्यूँकी इन्हें कानूनी पचडे में नही परना होता है, होता भी यही है कि अगर आपने किसी दुर्घटना के शिकार की मदद की तो डाक्टर से लेकर पुलिस तक आपको ही अपराधी साबित करने में लग जाते हैं और ये ही वजह है कि हम किसी भी तरह के मदद से इनकार कर आगे बढ़ जाते हैं।
हमारा अधिकार और दायित्व कहता है कि हम इनलोगों कि मदद जरूर करें जो हमारा कर्तव्य बनता है और हमारी जवाबदेही किसी भी पीड़ित को अस्पताल पहुँचने के बाद समाप्त हो जाती है, ना ही पुलिस और ना ही अस्पताल प्रसाशन हमें किसी भी तरह के लिए मजबूर करता सकता है।
निसंदेह जनहितकारी सूचना है जिसके लिए हम श्री रोहित एन धनानी को साधुवाद देते हैं।
जय जय भड़ास
1 टिप्पणियाँ:
बात सिर्फ़ कानून की नहीं है भाई हमारे दिलों में इंसानी जज़्बात कितने गहरे हैं ये महत्त्वपूर्ण है कि यदि कानून न भी हो तो हम एक दूसरे की मदद के लिए ये रास्ता न देखें कि जब कानून बनेगा तब एक दूसरे की सहायता करेंगे
जय जय भड़ास
एक टिप्पणी भेजें