राज ठाकरे जी से एक साधारण मराठी मानुस की विनती
सोमवार, 23 नवंबर 2009
मराठी अस्मिता के लिये सतत संघर्षरत राज ठाकरे जी आज युवाओं के चहेते नेता बन चुके हैं। उनकी कार्यशैली और वक्तव्य निपुणता बेहद प्रभावशाली है। आज खबर देखी कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड(सेबीSEBI) ने उनकी पार्टी के एक पत्र पर अपनी वेबसाइट का मराठी संस्करण उपलब्ध कराने की हामी भर दी। ये राज ठाकरे जी की कार्यकुशलता का सुखद परिणाम है कि अब तक अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में उपलब्ध इस वेबसाइट का मराठी संस्करण भी अब उपलब्ध होगा।
निवेदन है कि मुंबई हाईकोर्ट में चलने वाली कार्यवाही सिर्फ़ अंग्रेजी में ही हुआ करती है और हम जैसे साधारण मराठी भाषिकों को तो समझ में ही नहीं आता कि क्या जिरह हो रही है और क्या कार्यवाही हो रही है? इस परिस्थिति में हमारे जैसे सर्वसामान्य लोग केवल हाईकोर्ट की कार्यवाही मराठी में न होने के कारण अक्सर ही न्याय मंदिर में अकारण ही न्याय से वंचित रह जाते हैं। आदरणीय राज ठाकरे जी से करबद्ध निवेदन है कि हाईकोर्ट की कार्यवाही में भी मराठी भाषा का सम्मान बना रहे इस दिशा में एक पत्र संबंधित विभाग को भी लिखें ताकि हम वंचितों को न्यायिक कार्यवाही तो समझ में आए।
1 टिप्पणियाँ:
आपने ये किस सामान्य मराठी मानुस की विनती लिख भेजी है। राज ठाकरे के पुरखे उतर आएं तो भी ये काम नहीं करवा सकते कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही को अंग्रेजी से बदलवा सकें।
जय जय भड़ास
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