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मेंढक (अनूप से)- बंता कह रहा था तुम्हारे पास दिमाग नहीं है
अनूप- है भाई
मेंढक- नहीं है
अनूप -अरे है भाई
मेंढक- नहीं है... (कहकर तालाब में कूद गया)
अनूप- अरे कहां गए भाई
तालाब में कोई हलचल नहीं हुई, पानी शांत पडगया
अनूप- काश मैने मेंढक की बात मान ली होती, तो वो सुसाइड न करता
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
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2 टिप्पणियाँ:
अमित भाई हो सकता हो कि मेढ़क ने सचमुच साइड में सु.... करी हो और अनूप मंडल वालों की नजर उस पर पड़ गयी हो कि देखो हमारी अक्ल की बात निकलते ही साइड में सु... कर दी इसने :)
जय जय भड़ास
हा हा हा , गजब का मस्तिस्क पाया है डाक्टर साहब आप ने , चुटकले में से चुटकला निकल दिया , मेढ़क ने सचमुच साइड में सु.... करी हो और अनूप मंडल वालों की नजर उस पर पड़ गयी हो कि देखो हमारी अक्ल की बात निकलते ही साइड में सु... कर दी इसने :)
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