निर्मला जन्म से गूँगी-बहरी है, मैं उसे ब्लॉगिंग सिखा रहा हूँ
गुरुवार, 15 अप्रैल 2010
जल्द ही एक प्रयोग करने का दुःसाहस करने जा रहा हूँ जो कि आजतक पत्राकारिता में किसी ने नहीं करा है। हम भड़ासी ये भी जानते हैं कि इस तरह के प्रयोग तो भड़ास पर ही संभव हैं। ये है मेरी धर्म बहन बहन निर्मला पाटिल जिसे हम सब प्यार से पप्पी कहते हैं। निर्मला जन्म से गूँगी-बहरी है। मैं उसे बहुत प्रयासों के बाद इशारों की भाषा और हिंदी,मराठी व अंग्रेज़ी लिखना पढ़ना सिखा पाया हूँ। अब सोचता हूँ कि इशारों में भाई के साथ मजाक करने और चुटकुले सुनाने वाली निर्मला दुनिया के सामने पत्राकारिता(ब्लॉगिंग) के मंच पर आकर अपने आपको कैसे व्यक्त करेगी। बस इसी इरादे ने और निर्मला के ये कहने पर कि क्या भाई जितनी उंगलियाँ की बोर्ड पर चलाते हो यदि उतनी उंगलियाँ दाल चावल बीनने में लगाओ तो कई क्विंटल दाल चावल साफ़ कर सकते हो। वह अक्षर पहचानती है लिखती है अपनी मूक जिह्वा से आ...बा.... बू... बोलती भी है लेकिन उसे आप तब ही समझ सकते हों जब आप ऐसे बच्चों को प्यार करते हों। आपको याद होगी माँ जो कि बचपन में आपके टूटे-फ़ूटे अल्फ़ाजों में कही हर बात समझ जाती थी सच तो ये है कि आप जिसे प्यार करते हैं उसकी खामोशी भी समझ लेते हैं वह भले कुछ न बोले। निर्मला को आप सब आशीर्वाद दीजिये कि वह अपनी अभिव्यक्ति सही तरीके से कर सके और आप सबका प्यार हासिल कर सके।
जय जय भड़ास
7 टिप्पणियाँ:
inki zindagi ke kareeb jaker dekhne pe hi jaan pate hain ki inke ishaaron mein zindagi ke gudh mayne mil jate hain, bahut kuch sikha jate hain ye log....nirmala bahan ko mera aashish
BHADAS KA EK AUR KRANTIKARI KADAM...NIRMALA BAHAN KO DHER SARI SUBHKAMNAYE.......
निर्मला बहन को हार्दिक शुभकामनायें
आपको प्रणाम
nice
भड़ास के मंच पर दुनिया की पहली नस्तालिक महिला पत्राकार मुनव्वर सुल्ताना आपा, दुनिया की पहली हिंदी लैंगिक विकलाँग पत्राकार मनीषा नारायण दीदी के बाद अब एक और दिल की गहराइयों से निकला प्रयोग एक जन्मना मूक-बधिर लड़की को पत्राकारिता के क्षेत्र में लाना।
निःसंदेह ये काम हमारे गुरुदेव डॉ.रूपेश श्रीवास्तव के अलावा कोई नहीं कर सकता है। मैं पप्पी को निजी तौर पर जानती हूँ उम्मीद है कि वह जल्द ही कुछ समय बाद अपनी बात आपके सामने रखना सीख जाएगी।
निर्मला तुम्हारा भड़ास परिवार में स्वागत है
जय जय भड़ास
निर्मला बहन जल्दी से अपने मन की अभिव्यक्ति को शब्दों में पिरो कर ब्लॉग पर लिख डालो , आप का भाई अमित जैन आप के मन को समझने के लिए बहुत उत्सुक है
meri shubhkamnae aapke aur Nirmala ke sath hain :)
agar mujhse kuchh madad ho sakti hai to mujhe zaroor bataye :)
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