मीडिया के चोट्टे पैरोकार
रविवार, 12 सितंबर 2010
मीडिया के चोट्टे पैरोकार ना सच कह सकते हैं ना सच हजम कर सकते हैं और सच पर जाने की तो सालों में हिम्मत ही नहीं है, धार्मिक ठेकेदारों पर स्टिंग कर डाली और अपना टी आर पी भी जम कर बढाया एस पी के दलाल चेले ने, वहीँ राजदीप बाढ़ को बेचने के लिए अपने सभी फुद्दू पत्रकारों को पानी में घुसाने के बाद भी दिल्ली पर बाढ़ का कहर साबित ना कर पाए हाँ ये जरूर लगा की विज्ञापन में राजदीप पिछड़ गए और भड़ास बाढ़ के बहाने. एन डी टी वी और जी न्यूज़ ने इंडिया टी वी की राह पकड़ ली है, खबर के बजे सनसनी का हर एक तरीका भले पत्रकारिता जाए गदहिया के पिछवाड़े में.स्टिंग करने वाली ठेकेदार पत्रकारिता एन डी टी वी के प्रणव रॉय, न्यूज़ 24 के राजीव शुक्ला, इंडिया टी वी का रजत शर्मा या फिर आई बी एन के राजदीप या फिर क्यों ऐसे पत्रकार जो हजारों में तनखाह लेते थे आज कड़ोरो का मालिक है पर स्टिंग करेगा की रूपये में तनखाह उठाने वाला ये पत्रकार इतना बड़ा अम्पायर कैसे खड़ा किया ?
3 टिप्पणियाँ:
beta tumhe sach hajam nahi hui aur ye bad hajmi ki misal paida kar rahe ho is liye ye gande gande aarop piche se nuikal rahe ho
@Tausif Hindustani
भड़ासियों को ये जानकर बेहद प्रसन्नता हुई कि आपने भाई रजनीश के झा को बेटा कह कर प्यार से संबोधित करा और उनकी गैस ट्रबल को समझा। आप पत्रकारिता का चूरन बेचने वाली किस दुकान पर काम करते हैं बताइये ताकि भड़ासियों के लिये थोक में आपका बदहजमी हटाओ चूरन खरीद लिया जाए। उल्टी रोकने का चूरन हो तो भी बताइये और क्या क्या प्रोडक्ट हैं लिस्ट भेज दीजिये। आप तो डकार साफ़ ले रहे हैं सुनाई दिया आपके मुँह से डकरने की आवाज़ सुनाई दे रही है जो कि भाई रजनीश के पीछे से निकल रही है लेकिन आप दोनो आवाज़ों में अन्तर कर रहे हैं ये पक्षपात है।
जय जय भड़ास
तौसिफ ताऊ,
हमें कोई हजमी हो या ना हो कोई फर्क नहीं पड़ता, गुरुदेव का चूरन हमेशा साथ रहता है ;-). रही बात आरोप की तो मियाँ किस समूह से जुड़े हुए हो केवल यह बता दो तुम्हारे आका के ताऊ अर्थात सम्पादक को पिछवाड़े में लात लगाने वाले तक की चड्ढी ना उतार दी तो भड़ास छोड़ दूंगा.
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