छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ने उतारी लड़के की पैंट

सोमवार, 25 अक्तूबर 2010

ऑस्ट्रेलिया में एक मुस्लिम लड़की के स्कूल की बस से आने जाने पर दस दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध का कारण यह


है कि लड़की ने अपने हिज़ाब को लेकर अक्सर छेड़ने वाले एक लड़के की पैंट खींच कर उतार दी थी। माराकई में रहने वाली छह साल की ईरान घ़वामी पर यह प्रतिबंध बसलिंक परिवहन सेवा ने लगाया है।

ईरान के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी को मिली सजा उसकी 6 साल की उम्र को देखते हुए कठोर है। ईरान का कहना है कि लड़का अक्सर उसके हिज़ाब को लेकर उसे छेड़ता था और उसे उतार देने के लिए कहता था। गत बुधवार को जब उसने ईरान को छेड़ा तो ईरान को गुस्सा आ गया और उसने लड़के की पैंट खींच कर उतार दी।

प्रतिबंध के मुताबिक अब ईरान को दस दिन तक घर में ही रहना होगा क्योंकि उसके पैरंट्स उसे माराकई स्थित घर से 60 किमी दूर स्थित स्कूल तक ला और ले जा नहीं सकते।

आप  को इस खबर से क्या सबक मिलता है ?किर्पया सच बोले ? जो मन में सबसे पहले विचार आये जरूर अवगत कराये /

3 टिप्पणियाँ:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) ने कहा…

पता नहीं लौंडे ने चड्ढी पहनी थी या....??
बस वाले ऐसे ही प्रतिबंध तो नहीं लगा देते वैसे लौंडे की क्या उम्र थी क्या इसका जिक्र है कहीं???
जय जय भड़ास

अजय मोहन ने कहा…

अमित जी के पास उत्तर नहीं है आपकी बात का ;)
लौंडे ने कच्छा पहना था कि नहीं ये कमाल का सवाल है जिसपर अच्छे अच्छों को जुलाब हो जाए
जय जय भड़ास

dr amit jain ने कहा…

डॉ साहब बच्ची की उमर ६ साल की थी तो आप समझ सकते है की लडके की उम्र भी ५-६ साल की ही होगी , वैसे भी ये खबर नेट से ही ली गई थी , और यहाँ सिर्फ ,इसे बचो में बढते आक्रोश को दर्शाने के लिए दिया गया था ,

प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। कोई भी अश्लील, अनैतिक, असामाजिक,राष्ट्रविरोधी तथा असंवैधानिक सामग्री यदि प्रकाशित करी जाती है तो वह प्रकाशन के 24 घंटे के भीतर हटा दी जाएगी व लेखक सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। यदि आगंतुक कोई आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल संचालक को सूचित करें - rajneesh.newmedia@gmail.com अथवा आप हमें ऊपर दिए गये ब्लॉग के पते bharhaas.bhadas@blogger.com पर भी ई-मेल कर सकते हैं।
eXTReMe Tracker

  © भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८

Back to TOP