दिल से दिल तक - एक शायरी
मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011
सुनने के लिए अपने पीसी की आवाज तेज करे ,
बस इतना ही करना है
बस इतना ही करना है
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© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
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1 टिप्पणियाँ:
आखिरकार आप आ ही गए हम जानते थे कि कुछ समय के लिये चुप्पी साधने के बाद जब ये सोच लोगे कि लोग भूल गए होंगे फिर आओगे। हम कुछ नहीं भूले हैं और न ही लोगों को भूलने देंगे। अब शुरू हो जाओ फ़र्जी कमेंट और गालियाँ देना।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
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