अहंकारी , कुंठा ग्रस्त संजय अब net पर अब हिंदी वर्तनी को सही करने का कार्य करने लगे है
शनिवार, 23 अप्रैल 2011
१) @अमित, अनूप मंडल का वैचारिक दीवालियापन तुम्हारी नज़र में सिर्फ़ इतना है कि ये लोग अपने शोध के आधार पर जैनों को राक्षस बताते है और धरती पर होने वाली तमाम गड़बड़ियों के लिये जैनों को जिम्मेदार मानते हैं। आप जिन्हें अपने कुटिलता के चलते ऐसा जता रहे हैं कि आप उन लोगों को उनके जैसा उत्तर दे रहे हैं तो ये पता चल रहा है
जनाब संजय ,तुम्हारी नजर में अनूप मंडल किस शोध के कारण जैन धर्म को सभी गडबडियो के लिए जिमेदार मानता है
२)@ आपकी वीडियो बना कर भेजी गयी पोस्ट में आपने भारी गलती करी है।
४@ उनके तर्क व तथ्य अकाट्य रहते हैं।
कोन से तर्क जों, तर्क न हो कुतर्क होते है ,जिनका कोई सर पैर ही नहीं , आज के ज़माने में ४०० साल पहले का अंधविश्वास ?
५)@उनके ग्रन्थ जगत हितकारिणी पर मैं इसलिये कुछ नहीं बोलता क्योंकि यदि उस किताब पर बोलूं तो रामचरित मानस से लेकर आपके ग्रन्थों तक पर टीका करना पड़ेगा जैसे एक बार मैंने गुफ़रान सिद्दिकी को प्रत्युत्तर देने के चलते कुरान शरीफ़ पर टीका करी थी उसके बाद से जनाब भड़ास के मंच से गायब हो गए अब आप सोचिए कि रणधीर सिंह सुमन और गुफ़रान सिद्दिकी को दर्पण दिखाया तो अपना अक्स देख कर खुद ही घबरा कर भाग गए तो आपका क्या होगा? मेरे लिये कभी भी किसी की आस्था प्रश्न उठाने का विषय नहीं रही है ये ध्यान रखियेगा। मैंने सिर्फ़ आप की गलतियां दिखाई हैं।
आपकी ये सारी बाते आप का अहंकार और कुंठा ही दिखा रही है , लगता है अब तक आप अन्धो में काने सरदार बन के घूमतेरहे है जों अपने आप को सबसे बड़ा सयाना समझ रहे है ,आप जैसे लोग सिर्फ अपनी डीगे हाकते रहते है , हाकते रहो हमे क्या फर्क लगता है ? इतने गप्पी रोज देकते है आप भी उन में शामिल हो जाइये....:)
५)@यदि जरा भी सच्चाई है तो आप खुद अपनी गलतियों को साहसपूर्वक सामने लाइये वरना मैं लाउंगा फिर आप को जो साँप सूंघेगा उसे कौन पकड़ेगा
बोलता है ..........:)
जनाब संजय ,तुम्हारी नजर में अनूप मंडल किस शोध के कारण जैन धर्म को सभी गडबडियो के लिए जिमेदार मानता है
क्या आपको शोध शब्द का मतलब भी पता है ?
२)@ आपकी वीडियो बना कर भेजी गयी पोस्ट में आपने भारी गलती करी है।
आप ने अब तक वीडयो में क्या गलती थी नहींबताई , अलबता ये जरुर आप ने कबूल कर लिया था की वो बात वीडयो से सम्बंधित नहीं थी
३@आपको वीडियो और दूसरी इमेज फ़ाइल्स में अंतर नहीं पता हैधन्यवाद आप ने हमारी जानकारी में वर्धी की .....:)
४@ उनके तर्क व तथ्य अकाट्य रहते हैं।
कोन से तर्क जों, तर्क न हो कुतर्क होते है ,जिनका कोई सर पैर ही नहीं , आज के ज़माने में ४०० साल पहले का अंधविश्वास ?
५)@उनके ग्रन्थ जगत हितकारिणी पर मैं इसलिये कुछ नहीं बोलता क्योंकि यदि उस किताब पर बोलूं तो रामचरित मानस से लेकर आपके ग्रन्थों तक पर टीका करना पड़ेगा जैसे एक बार मैंने गुफ़रान सिद्दिकी को प्रत्युत्तर देने के चलते कुरान शरीफ़ पर टीका करी थी उसके बाद से जनाब भड़ास के मंच से गायब हो गए अब आप सोचिए कि रणधीर सिंह सुमन और गुफ़रान सिद्दिकी को दर्पण दिखाया तो अपना अक्स देख कर खुद ही घबरा कर भाग गए तो आपका क्या होगा? मेरे लिये कभी भी किसी की आस्था प्रश्न उठाने का विषय नहीं रही है ये ध्यान रखियेगा। मैंने सिर्फ़ आप की गलतियां दिखाई हैं।
आपकी ये सारी बाते आप का अहंकार और कुंठा ही दिखा रही है , लगता है अब तक आप अन्धो में काने सरदार बन के घूमतेरहे है जों अपने आप को सबसे बड़ा सयाना समझ रहे है ,आप जैसे लोग सिर्फ अपनी डीगे हाकते रहते है , हाकते रहो हमे क्या फर्क लगता है ? इतने गप्पी रोज देकते है आप भी उन में शामिल हो जाइये....:)
५)@यदि जरा भी सच्चाई है तो आप खुद अपनी गलतियों को साहसपूर्वक सामने लाइये वरना मैं लाउंगा फिर आप को जो साँप सूंघेगा उसे कौन पकड़ेगा
अगर कोई गलती है तो बताओ
ना की एक महीने से लगातार ये राग गाओ
की हम बोलेगा तो बोलोगे की
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें