अमित जैन जी, आप मदर्स डे के दिन माँ को लज्जित करने की बात कर रहे हैं ये पीड़ा कुछ ज्यादा हो गयी
रविवार, 8 मई 2011
अमित जी,संजय कटारनवरे ने जो लिखा होगा निःसंदेह आपके लिये सोच के विरोध में है लेकिन ये बात भड़ास के दर्शन के विरुद्ध है कि हम एक दूसरे की माँ, बहन, बेटी या पत्नी के बारे में कोई असंबद्ध बात लिखें। मेरा मानना है कि आपका ये मज़ाक below the belt है और बिलकुल गलत है,आपसी विरोधों में माँ को ले आना उचित नहीं है क्या इस बंदे ने आपकी माँ,बहन,बेटी या पत्नी के बारे में कहीं कुछ आपत्तिजनक लिखा है?आपका यह मज़ाक भर्त्सनीय है। आप संजय कटारनवरे के प्रति विरोधी भाव रखते हैं और वो आपके प्रति तो भी हमारी माँ-बहनें इस विरोध से अलग रखी जाएंगी मैं ऐसा मानता था लेकिन आपने जो लिखा उस बात ने दुःखी कर दिया। हम तो शत्रु की माँ-बहनों का सम्मान करने में यकीन करते हैं। आशा है कि आप अपनी इस गलती को स्वीकारेंगे और सुधारने का वादा करेंगे। आप खुद ही सोचिए कि यदि सबकी माँओं का इंटरव्यू लिया जाए और सभी सभ्य सामाजिक लोगों का D।N।A। परीक्षण कर लिया जाए तो सोच लीजिये कि क्या होगा सामाजिक ढांचे का न जाने कौन-कौन किसकी संतान निकलेगा। आप मदर्स डे के दिन माँ को लज्जित करने की बात कर रहे हैं ये पीड़ा कुछ ज्यादा हो गयी। संजय कटारनवरे की माँ का इंटरव्यू लेने से पहले अपनी माताजी के बारे में सोच लीजियेगा मैं तो अपनी हृदयस्थ माँ के बारे में सोच कर ही भावुक हो गया।
जय जय भड़ास
5 टिप्पणियाँ:
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सही बात,
अमित जैन जी आपत्तिजनक बात हटा लीजिये, प्रिय संजय से इस बात के लिये आपको सॉरी बोलना बनता है...
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यदि आदरणीय डॉक्टर साहब की आपत्ति पर नहीं भी लिखे तो राक्षसी कुत्सित मानसिकता किधर से हटाई जाएगी। आप सब देख रहे हैं कि विषय को इसने घुमा कर कहाँ से कहाँ तक ले आया?प्रवीण शाह ने इस बात पर तब तक आपत्ति नहीं करी जब तक आदरणीय ने विरोध नहीं करा लेकिन भड़ासियों के खेमे में एक मुखौटाधारी घुसा है तो कुछ तो लीला करेगा ही।
जय जय भड़ास
अमित भाई हैप्पी मदर्स डे:)
डॉ.साहब बेकार ही इमोशनला रहे हैं आप तो करिये जो आपको करना है इसकी माँ की उसकी बहन की और सबकी बिटिया की...
कितना सुखद लगता होगा जब कोई पुरुषवाचक गाली ही मानव इतिहास में ईजाद न हुई हो।
जय जय भड़ास
डॉ साहब ,अभी तुरंत इस गलती को सही कर दिया गया है , और भाई संजय ये सिर्फ व्यंग था जिस का कोई गलत मतलब नहीं था , अगर आप को और किसी भी भडासी भाई और बहन को गलत लगा ,उस के लिए मै खेद व्यक्त करता हू
अमित जैन गलती को कमेंट से मत सुधारो बल्कि बल्कि एक पोस्ट लिखो जिस तरह से बड़े आवेश में तुमने हमारे विरोध में लिखा था कि हम तुम्हारी पत्नी को अपमानित कर रहे हैं। तुम भले ही कुछ भी लिखो लेकिन हम भड़ास के दर्शन को भली प्रकार समझते हैं और जानते हैं कि किसी की भी माँ बहन बेटी या पत्नी का सम्मान करना हमारी नैतिकता को कितनी ऊंचाई तक ले जाकर सत्य के पक्ष में लड़ने का बल देता है। तुम्हारी पत्नी हमारे लिए छोटी बहन समान है और उनका सम्मान हमारे लिये किसी भी फ़र्ज़ से कम नहीं है।
जय जय भड़ास
जय नकलंक देव
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