छीना हज यात्रा का हक़
शुक्रवार, 30 सितंबर 2011
- हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सरकारी कोटे की सीट अलॉटमेंट में किया घपला
- एक नाम से बांट दी चार-चार सीटें
हज कमेटी ऑफ इंडिया ने मुस्लिम समाज के कई लोगों से हज यात्रा का हक़ छीन लिया है। मुंबई में बैठे कमेटी के पदाधिकारी ने हज यात्रियों के लिए रिजर्व कोटे की सीटों को फर्जी नामों से भर दिया है। कमेटी ने जो 1286 नामों की जारी की है उसमें से करीब 100 सीटें ऐसी हैं, जिन पर एक नाम से दो-दो और चार-चार सीटें अलॉट की गई हैं। इन पर नाम तो एक है, साथ ही बाकी नंबर व पता भी एक ही है। अकेले मध्यप्रदेश में ऐसे 29 मामले पकड़ में आए। इसके अलावा देश के अन्य 11 राज्यों में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। कमेटी को ऐसा करने से करीब 90 से ज्यादा हज यात्रियों का हक मारा गया और वे हज यात्रा करने से वंचित हो गए।
प्रदेश में इन लोगों के नाम पर हुए सीट अलॉटमेंट के घपले
मप्र में मोहम्मद अली के नाम से २, अब्दुल राशिद के नाम से २, अब्दुल हामीद के नाम से ३, गुलाम मोहम्मद के नाम से २, अब्दुल माजिद खान के नाम से २, अब्दुल कादर खान के नाम से ३ और इस्तियाक अहमद के नाम से २ सीटें आवंटित की गई हैं। इनमें नाम, पता और नंबर एक ही है।
इन राज्यों में इन यात्रियों के नाम से दो-दो आवंटन
- आंध्रप्रदेश : मोहम्मद निजामुद्दीन के नाम से ३, मोहम्मद याकुब के नाम से २, अफजल हुसैन के नाम से ३, अब्दुल रहीम के नाम से २, अहमद के नाम से २ सीट अलॉट की गईं।
- हरियाणा : दीन मोहम्मद के नाम से २, नौशाद बेग के नाम से ३, फुलवा खां के नाम से २, अलीमुद्दीन के नाम से २, हुसैन के नाम से २, तनवीरूल हसन के नाम से २ सीट अलॉट की गईं।
- गुजरात : मेमन सलीम भाई के नाम से ३, निशार मुनीर के नाम से ४, अब्दुल कादर के नाम से २ सीट अलॉट की गईं।
- कर्णाटक : मोहीयुद्दीन खान के नाम से २, मेंगलोर हैदर के नाम से ३, खादर वाली के नाम से २, सैयद नासीर के नाम से ३ सीट अलॉट की गईं।
- तमिलनाडु : दीवान मैदीन के नाम से २, राजा मोहम्मद के नाम से २, ए.नजीर के नाम से ३, शाहुल हमीद के नाम से ३ सीट अलॉट की गईं। यहां एक मामला ऐसा भी है जिसमें टीएनएफ ४५१-४-० नंबर का कोटा जमाल और मुबारक अलीके नाम से बुक कर दिया है।
- उत्तरप्रदेश : जुबैर अहमद के नाम से २, अब्दुल के नाम से २, अब्दुल हक़ अंसारी के नाम से २, समशुद्दुहा के नाम से २ सीट अलॉट की गई।
1 टिप्पणियाँ:
भाई यही तो है राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट अंत काल पछताएगा जब प्राण जाएंगे छूट :)
ये बात कमेटी के लोग समझते हैं कि हज करने से भी क्या मिलेगा सबसे जरूरी है पैसा तो इसी तरह कमाओ लोगों की आस्था के नाम पर । जिनका हृदय पवित्र है उनके लिये मन चंगा तो कठौती में गंगा । जो गरीब है वो कांदिवली से डोंबिवली नहीं जा पाता हज कैसे करेगा ईश्वर सब जानता है तो ये भी जानता होगा कि आजकल क्या चल रहा है और कितनी मंहगाई है किराया कितना बढ़ गया है।
जय जय भड़ास
एक टिप्पणी भेजें