मिलिए संदीप बचे से .....
बुधवार, 8 अगस्त 2012
पोस्ट पड़ने से पहले बता दू की ये मेरे मित्र की निजी पोस्ट है जिसका मैंने सिर्फ हिंदी रूपांतरण किया है
पूरी बात स्वयं मेरे मित्र के शब्दों में.......................
मिलिए संदीप बचे से .....
मुंबई का एक ऑटो रिक्शा ड्राईवर और सच्चा देशप्रेमी बात पिछले रविवार की है मैं ,मेरी पत्नी और मेरा बेटा अँधेरी से बांद्रा जाने वाले थे ......
हमने एक रिक्शा रुकवाया और उसमे बैठ गए .................रिक्शे में मैंने देखा की सामने एक पोर्टेबल टीवी रखा हुआ है जिसमे दूरदर्शन चैनल चल रहा था.....मेरी पत्नी और मैं दोनों अचरज में थे....मेरे ठीक सामने एक फार्स्ट ऐड बॉक्स रखा हुआ था जिसमे डिटोल,रुई और कुछ दवाइया रखी हुई थी ||
मैं समझ चूका था की मैं किसी आम रिक्शा में नहीं बैठा हूँ.
अब मैंने पुरे रिक्शे का निरिक्षण किया तो मुझे रेडिओ.आग बुझाने का यंत्र,घडी,कैलंडर और कुछ धार्मिक तस्वीरे देखी ||
उसके रिक्शे में मैंने कारगिल के शहीदों और २६/११ के वीरो की भी तस्वीरे देखी ||
मैं समझ चूका था की सिर्फ रिक्शा नहीं रिक्शेवाला भी कोई ख़ास ही है.............मैंने उससे बात करनी शुरू की ......उसने बताया की उसके दो बच्चे है जो स्कूल जाते है और वो सवेरे ८ बजे से लेकर रात के १० बजे तक रिक्शा चलता है...........वो पहले एक प्लास्टिक बनाने वाली कंपनी में काम करता था पर कंपनी बंद हुई और वो बेरोजगार और तब से (८ साल से )वो रिक्शा चला रहा है
उसने कहा "" साहब घर बैठे टीवी देखने से का मिलेगा ....दो पैसा इनकम करेगा तो मेरा फ़यूचर में काम आयेगा ""
हम समझ गए थे ये मुंबई को रिप्रेजेंट कर रहा है एक ऐसा शहर जहा कर्म ही पूजा है ||
मैंने पुछा की क्या वो कुछ और भी करता है पर जवाब मिला नहीं ...क्योकि उसके पास समय नहीं बचता ........उसने बताया की वो सप्ताह में एक बार जब भी उसके पास पैसे हो तो वो अँधेरी के एक महिला वृधाश्रम में जाता है और वहा साबुन....टूथब्रश ,तेल जैसे चीजे देकर आता है.........
तभी मैंने गौर किया की उसके रिक्शा के मीटर के निचे लिखा था की ""विकलांगो को किराये में २५% की छूट ,अन्धो के लिए ५० रुपैये तक की यात्रा निशुल्क होगी""
मैं और मेरी पत्नी आश्चर्य से एक दुसरे को देखने लगे................वो एक हीरो है ..............
एक ऐसा इंसान जो सम्मान के योग्य है...............
हमारी ४५ मिनट यात्रा ख़तम होने को आयी.........
हमने उसे धन्यवाद दिया और उसकी राष्ट्रभक्ति को प्रणाम किया
मौका मिले तो आप भी मिलिए श्री ""संदीप बचे"" से जिनके ऑटो रिक्शा का नंबर है ""MH-02-Z-8508
साभार :- शैलेश टंकी
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