नोटबंदी और जीएसटी से त्रस्त ट्रांसपोर्टर ने उत्तराखण्ड के कृषिमंत्री के दरबार में जहर खाया

शनिवार, 6 जनवरी 2018


जहर खाने वाले ने कहा मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र  बिल्कुल बेकार है

नोटबंदी और फिर जीएसटी से बरबाद हुये काठगोदाम के एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कृषिमंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में जहर खा कर व्यवस्था का विभत्स चेहरा उजागर कर दिया। जहर खाने वाले व्यवसायी प्रकाश पाण्डे को मैकस अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां उनकी हालत बेहद गंभीर बतायी जाती है। जहर खाने के बाद मंत्री के समक्ष प्रकाश पाण्डे ने जीएसटी और नोटबंदी के खिलाफ जो बोलना था सो बोल दिया मगर इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बेकार हैं और किसी की नहीं सुनते हैं। इस कांड से जीरो टालरेंस की सरकार की पोलपट्टी भी खुल गयी है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को दोपहर डेढ़ बजे जनता मिलन कार्यक्रम शुरू हुए आधा घंटा भी नहीं गुजरा था, कि काठगोदाम-हल्द्वानी निवासी ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय हाथ में ज्ञापन लेकर वहां पहुंच गया। उसने रोना-चिल्लाना शुरू कर दिया। उसने बताया कि वह सिद्धिविनायक ट्रांसपोर्ट कंपनी का मालिक है।
जहर खाने की खबर लगते ही भाजपा कार्यक्रम में हड़कंप मच गया। फरियादी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘‘ये मुख्यमंत्री बिल्कुल बेकार है,किसी की नहीं सुनता।’’ इस शख्स ने बताया कि जीएसटी और नोटबंदी ने उसकी हालत खराब कर दी है और इसी वजह से उसने ये कदम उठाया।
इस बीच, उसने मंत्री की टेबल पर कुछ पाउच-रैपर रखकर बताया कि उसने जहर खा लिया है। मंत्री सुबोध उनियाल ने तुरंत उसे हॉस्पिटल ले जाने के लिए कहा।  लेकिन साथ ही यमीडिया से यह कहना नहीं भूले कि यह भाजपा के खिलाफ षढ़यंत्र है। इस दौरान, पांडे ने कई बार उल्टियां कीं और उसका बीपी लो हो गया। आईसीयू में उसका उपचार किया गया। बाद में उसकी हालत को देखते हुए उसे मैक्स हॉस्पिटल भर्ती करा दिया गया। अस्पताल में उनकी हालत बेहद नाजुक बतायी जाती है। इस बीच जहर खाने से पहले किसी वीरेन्द्र से उनकी मोबाइल पर वार्ता भी वायरल हुयी है जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती बताने के साथ ही उत्तराखण्ड सरकार संवेदनहीनता और जनविरोधी रुख का खुलासा भी किया है। पाएडे ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के ओएसडी ने उनसे फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने की सलाह दी थी ताकि मुख्यमंत्री से वह 10-20 हजार की मदद दिला सके। जबकि पाण्डे ने ओएसडी से कहा  िकवह 4 गाड़ियों का मालिक है फिर बीपीएल कार्ड कैसे बना सकता है। वह सरकारी विभागों में फंसा अपना पैसा वापस मांग रहा है जिसके लिये प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कोई मदद नहीं कर रहे हैं।
प्रकाश पांडे काठगोदाम नई कालोनी तल्ला निवासी कैप्टन सुनील कुमार थापा के मकान में करीब 16 साल से किराए पर परिवार के साथ रह रहे हैं। माता-पिता छोटे बेटे ललित के साथ नई बस्ती काठगोदाम में रहते हैं। छोटे भाई ललित सुशीला तिवारी अस्पताल में कार्यरत हैं। पिता काठगोदाम रोडवेज के पास परचून की दुकान करते हैं। शनिवार दोपहर पहले कई लोगों के फोन घनघनाए कि प्रकाश पांडे ने जनता मिलन कार्यक्रम कार्यक्रम में जहर खा लिया है।






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