पाक की नापाक नौटंकी
शुक्रवार, 26 दिसंबर 2008
पकिस्तान ज़ंग को लेकर जायदा ही कुछ उत्साहित सा नजर आ रहा है जबकि पीछे की सच्चाई से हम सभी बाकिफ है कही ऐसा न हो की पाक...महज एक नौटंकी कर रहा हो जिससे की भारत पर एक हल्का सा दबाब बन सके ! पर पकिस्तान का यह कदम उसके लिए ही खतरनाक साबित होने वाला है क्यों की भारत हर प्रकार से उससे शक्तिशाली है !! पकिस्तान का ये लहजा ऐसा लग रहा है जैसा की एक दीप बुझने से पहेले भभकता है वैसे ही हाल पकिस्तान का हो रहा है !!जब की असलियत पर नजर डाले तो ये है !!!
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध की आशंका जताई है। सीआईए के अनुसार, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में चल रही उठापटक जम्मू-कश्मीर में भी फैल सकती है। इससे भारत को मजबूरन हमला करना पड़ सकता है।
‘ग्लोबल ट्रेंड्स 2015’ नाम से बुश प्रशासन को आगाह करती अपनी रिपोर्ट में सीआईए ने कहा है कि परंपरागत सैन्य क्षमता के हिसाब से भारत अपने पड़ोसी देश के मुकाबले बढ़त पर है। इसके अलावा भारत आर्थिक रूप से भी पाक से कहीं अधिक सक्षम है।
एटमी हथियारों की होड़ :
रिपोर्ट के अनुसार, भारत जल्दी ही अपने परमाणु जखीरे में बढ़ोतरी कर सकता है। पाकिस्तान भी इसी की देखादेखी परमाणु मिसाइलों की तैनाती करेगा। सीआईए का मानना है कि खनिज तेल की अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए भारत फारस की खाड़ी के देशों से अपने रिश्ते मजबूत करेगा, ताकि अरब देशों से पाक के रिश्तों में संतुलन स्थापित किया जा सके।
उबर नहीं सकेगा पाक :
भविष्य के विश्व परिदृश्य का आकलन करते हुए सीआईए ने कहा है कि पाक राजनीतिक, आर्थिक कुप्रबंधन से दशकों तक नहीं निकल पाएगा।
इसके अलावा घरेलू स्तर पर जंगल राज, भ्रष्टाचार और गुटीय संघर्ष से भी पाकिस्तान के उबरने की संभावना कम है।
‘सैन्य क्षमता में बदलाव ही भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का जोखिम निर्धारित करेगा।’
- सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए)
‘ग्लोबल ट्रेंड्स 2015’ नाम से बुश प्रशासन को आगाह करती अपनी रिपोर्ट में सीआईए ने कहा है कि परंपरागत सैन्य क्षमता के हिसाब से भारत अपने पड़ोसी देश के मुकाबले बढ़त पर है। इसके अलावा भारत आर्थिक रूप से भी पाक से कहीं अधिक सक्षम है।
एटमी हथियारों की होड़ :
रिपोर्ट के अनुसार, भारत जल्दी ही अपने परमाणु जखीरे में बढ़ोतरी कर सकता है। पाकिस्तान भी इसी की देखादेखी परमाणु मिसाइलों की तैनाती करेगा। सीआईए का मानना है कि खनिज तेल की अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए भारत फारस की खाड़ी के देशों से अपने रिश्ते मजबूत करेगा, ताकि अरब देशों से पाक के रिश्तों में संतुलन स्थापित किया जा सके।
उबर नहीं सकेगा पाक :
भविष्य के विश्व परिदृश्य का आकलन करते हुए सीआईए ने कहा है कि पाक राजनीतिक, आर्थिक कुप्रबंधन से दशकों तक नहीं निकल पाएगा।
इसके अलावा घरेलू स्तर पर जंगल राज, भ्रष्टाचार और गुटीय संघर्ष से भी पाकिस्तान के उबरने की संभावना कम है।
‘सैन्य क्षमता में बदलाव ही भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का जोखिम निर्धारित करेगा।’
- सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए)
2 टिप्पणियाँ:
आंकडों के साथ एक अच्छा रिपोर्ट . लिखते रहिये
संजय भाई निःसंदेह आपका लेखन धारदार है...
कुमार भाई आपसे शिकायत है कि अब आप टिपियाने के साथ लिखना शुरू करिये ताकि आपके विचारों का एसिड भी इस पेज पर बिखर सके...
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