बाजुओं में दम है बाबू.......

सोमवार, 12 जनवरी 2009

गन्ने का रस निकालने की लकड़ी की मशीन के साथ दो उत्साही जवान
बांए से दांए : बालू शजर और सचिन तमारे, जुईनगर(नई मुंबई) रेलवे स्टेशन

जब बाजुओं में दम है तो क्यों डीजल या बिजली बर्बाद करें, ये मानना है बालू शजर और सचिन टमारे नामक इन दो उत्साही नौजवानों का....। लकड़ी की मशीन से गन्ने का रस निकाल रहे हैं ये दोनो दोस्त। इनके द्वारा निकाले रस में मेहनत का भी स्वाद छिपा है।
जय जय भड़ास



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