महान बनने का तरीका
मंगलवार, 20 जनवरी 2009
हम हिन्दुओं को महान बनने का शौक आदिकाल से रहा है?महान बनने के चक्कर में बाबर ,हिमायु,अकबर आये और गाड़ मार कर चले गये।और हम एल के जी से लेकर एम ए तक अकबर महान बाबर महान पढ़ते हैं।ये गाधी नेहरू परिवार की देन है ।जहाँ वोट पाने के लिये मुस्लिमों से सादी भी कर ली जाती है?नेहरू एक ऐसे देस भक्त थे जो जेल मे भी ठाट से रहते थे,हमारे अन्य क्रान्तिकारियों को बेडीयों में कैद कर के रखा जाता था।
निष्कर्स:१-तुष्टीकरण कर के राज भोगा जा सकता है।
२-तुष्टीकरण से बुकर जीता जा सकता है(अरूधंती राय)अगला नम्बर दीन्बन्धु भाई का है (मुबारक हो)
3 टिप्पणियाँ:
भाई दीनबंधु आप निहायत ही दुराग्रही हैं आपको भारत के आसमान में उगने वाले इंद्रधनुष में सिर्फ भगवा रंग ही क्यों नहीं दिखता? जरा सफलता का मंत्र देने वाले भाई का चश्मा लगा कर तो देखिये सारे रंग गायब होकर भगवा ही दिखेगा। मुबारक हो सफलता का मंत्र देने वाले भाईसाहब ने बुकर पुरस्कार के लिये आपका नामांकन करवा दिया है
जय जय भड़ास
वाह गुरु तू अभी तक वहीँ अटका है यार तुझे इतिहास जानने में क्या परेशानी है और मेरे हमवतन भाई अगर तुम हिन्दू हो तो तुम्हारा धर्म क्या है ...? सुनो प्यारेमोहन तुम हिन्दू नहीं सनातनी हो और तुम्हारा धर्म सनातन है ......बाकी जहाँ से ज्ञान ले रहे हो वहां पता करना और हाँ पीछे भी कुछ बेवकूफी भरी बातें अपने लिक्खी है बस ये जानिए आपके अनुसार शिरिष्टि की रचना होने के बाद भगवन मनु और उनकी पत्नी (नाम याद नहीं आ रहा है) को इस दुनिया में भेजा गया जैसा आपके यहाँ लिखा है तो मेरे भाई बाकी की आबादी कहाँ से आई अगर आपस में रिश्ते नहीं हुवे तो दुनिया में मनुष्य की उत्पत्ति कहाँ से हुई .......!
आपका हमवतन भाई ..गुफरान...
गुर्फान भाई,
बेकार है इन्हें समझाना, वैमनस्यता का गोबर भरे ये लोग ही हमारे देश का कबाडा करने के जिम्मेदार हैं.
जय जय भड़ास
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