भाई हिंदू तो हो लेकिन वर्णव्यवस्था में किधर बैठते हो?? ब्राह्मण या च....
शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2009
सक्सेस मंत्रा के नाम से लिखने वाले भाई(मैं तो तुम्हें भाई ही कहूंगी भले तुम कुछ भी बकबकाते रहो मेरी नजरों में तुम बस एक बीमार दिमाग भाई हो अब इस बात पर भी शुरू हो जाना कि मैं किसी ऐसी औरत का भाई कैसे हो सकता हूं जो कि जन्म से हिंदू और शादी के बाद मुस्लिम हो गयी)हिंदू हो ये तो बताने का साहस है लेकिन अब तक उन्हीं राजाओं जैसी हरकतें कर रहे हो जिनकी आपसी कलह के कारण बाबर, तैमूर लंग, चंगेज, महमूद गजनवी या फिर डच, पुर्तगाली और अंग्रेज हमारे देश पर आक्रांता बन कर लूटमार करके शासन तक करते रहे लगे हाथ ये भी बता देना अगली पोस्ट में कि हिंदू हो तो क्या चमार हो?ब्राह्मण हो? बनिया हो या फिर क्षत्रिय हो जन्म से (जन्म से ही बताओगे वरना कर्म से तो तुम किसी काम के नहीं हो)। खुद को टीचर बता रहे हो भले ही गणित का, तो क्या बच्चों को भी यही सोच दे रहे हो? अगर तुम ऐसा कर रहे हो तो तुम्हारी दिमागी बीमारी तुम फैला रहे हो लेकिन हम भी अपनी कोशिश करेंगे कि बच्चो को राष्ट्रप्रेम का वैक्सीन दे सकें ताकि तुम्हारी बीमारी न लगे। तुम कुछ कायर से हो जो सियार या लोमड़ जैसी हरकतें करते हो बहादुर तो हरगिज नहीं हो वरना अपना पता और फोन नं.छाती ठोंक कर लिखते। जब इतना डरते हो तो फिर तुमसे कोई उम्मीद कैसे करी जा सकती है कि तुम प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति की वेबसाइट पर जाओगे। मैं बेकार ही तुमसे ये आशा कर रही थी कि तुम शायद भगत सिंह की तरह जोशीले नौजवान होगे। लेकिन तुम सनकी ही सही लेकिन हो तो मेरे देश के ही इसलिए तुम्हारे लिये सही काम सुझाती हूं कि तुम शिक्षा का कार्य छोड़ो और मुंबई आकर हमारा दल ज्वाइन कर लो तुममें और इनमें एक समानता है वे लैंगिक विकलांग हैं और तुम मानसिक विकलांग हो। अब तुमसे कोई शिकायत नहीं है क्योंकि पागल भी तो देश का ही नागरिक होता है। माडरेटर्स से निवेदन है कि इनकी पोस्ट को अपने अधिकार का उपयोग करते हुए संशोधित कर दिया करें ताकि किसी की राष्ट्र के प्रेम की भावना आहत न हो और इनका उगलना जारी रहे ताकि इनका दिल हल्का हो जाए और कुछ रचनात्मक कर सकें जीवन में।
जय जय भड़ास
4 टिप्पणियाँ:
भाई कह दिया है तो जीमेल अकाउन्ट ले लो गरीब हैं फोन नहीं है वरना नम्बर दे देता हम हिन्दु गरीब ही रहेगे ना भजपा भी बस नाम की हिन्दू पार्टी है इसे तो आप जैसे लोगों ने बना दिया है वरना वक्त पड़ने पर ये लोग भी जिन्ना की तरफदारी करते हैं मन्मोहन सिंह जी तो खुलेआम आप लोगो को तेल लगा रहे हैं pksingh.bt@gmail.com
प्रशांत भाई ये एकाऊंट तो संसार के किसी भी कोने में रह कर बनाया जा सकता है आपसे लोगों ने पता मांगा था अगर फोन नहीं है तो आप परेशान न हों मैं आपको भाई मान कर एक मोबाइल तोहफ़े में दे देती हूं अपना पता तो बताइये और हर महीने बस छोटा रिचार्ज करवा लीजियेगा मैं लाइफ़टाईम वाला प्लान ले लेती हूं। हम अपने गरीब भाई के साथ खड़े हैं मुस्लिमों से तोहफ़े नहीं लेंगे क्या? बहन तो बहन होती है या उसमें भी आप हिदू-मुस्लिम करेंगे?
जय जय भड़ास
दिव्या,
जब आपने भाई बना लिया तो हमारा भड़ास परिवार अलग कैसे हो सकता है.
भाई बस सबको भाई मानिये या ना मानिये, क्यूंकि यहाँ हिंदू मुस्लिम, जैन ईसाई, मर्द औरत और हिजडे सभी हैं और सभी आपको भाई बना चुके.
अब आप बताइए किसे क्या बनाते हैं. हमारे परिवार जोड़ने के मुहीम में हमारे साथ कहाँ तक चलते हैं.
जय जय भड़ास
दिव्या बहेन भाई प्रशांत को जब अपने भाई बना ही लिया है तो अब भड़ास परिवार में कोई भी प्रशांत भाई को वापस जाने के लिए नहीं कहेगा ये मेरा अनुरोध है अब रजनीश भाईजान ने भी इस पर मोहर लगा दी है और बहन फरहीन ने मोबाइल देने की बात की है अब बचा मेरा काम तो हर महीने मै रिचार्ज करा दिया करूँगा भाई का मोबाइल.अब रही बात भाई की बीमारी दूर करने की तो इसके लिए भाई को आमंत्रित करना होगा जो भी सामाजिक प्रोग्राम हम सभी करते रहते हैं समय समय पर मुझे लगता है समाज के सच से भाई अभी परिचित नहीं है...........
आपका हमवतन भाई ...गुफरान....awadh pepuls forum(Faizabad)
एक टिप्पणी भेजें