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© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
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3 टिप्पणियाँ:
भाई ये साले कमीने राजनेता गड़रिया से तुलना के योग्य नहीं है ये कसाई हैं सब,गड़रिया अपनी भेड़ों की रक्षा करता है भेड़ियों से लेकिन इन हरामियों ने तो खुद ही अपनी भेड़ों का मांस खाना,खून पीना और चमड़ा उधेड़ना पिछले साठ साल से जारी रखा है एक बार फिर कहता हूं ये गड़रिया नहीं कसाई हैं साले....
जनता कुछ-कुछ भेड़ जैसी न होकर गधों जैसी है शायद...:(
जय जय भड़ास
is picture ne to mujhe hilakar rakh diya ...kaphi der tak socha....par kuchh desigion nahi le paaya....phir haalat par hi chod diya aur bhedon ko gour se dekhane laga...netaaon ki chhabi dikhi ..
तस्वीर की धार बड़ी तेज है , किसी न किसी नेता को जरूर लगेगी ......:)
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