एक और नया भडासी आया भड़ास निकालने .
रविवार, 12 अप्रैल 2009
सभी भडासी साथियों को नमस्कार ,
मैं अवगत हुआ भड़ास से दो लोगो की तकरार में ।
तकरार भी इसलिए की नही था करार दोनों में ।
अब बिना करार के भी कोई तकरार होती है क्या ?
लेकिन इन बुद्धी जीवियों ने कर दिखाया ।
तकरार बिना करार ।
अब तो कर लो करार ख़त्म करके तकरार ।
करो करार भड़ास से भूल कर तकरार ।
2 टिप्पणियाँ:
भगत भाई सुस्वागतम
भड़ास के ग्रामीण चौपाल की परंपरा को निभाते मंच पर, आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप भड़ास की अबौद्धिक भदेसी सोच पर खुद को अस्वस्थ न महसूस करेंगे,आप खेत की मिट्टी को छी... नहीं कहते होंगे
जय जय भड़ास
swaagat...
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