प्रिय पाकिस्तान! अगली बार आतंकी भेजो तो जरा उम्र का ध्यान रखना कि सतरह का ही हो...
शनिवार, 25 अप्रैल 2009
आज की राष्ट्रदामाद श्री अजमल कसाब जी और सरकारी वकील श्री उज्ज्वल निकम जी के पक्ष पर खूब सोच समझ कर एक विचार दिमाग में आ रहा है जो कि मैं हमारे आदरणीय पड़ोसी राष्ट्रों पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि को एक मुफ़्त सलाह के रूप में दे रहा हूं। इस विषय पर बहुत संभव है कि ये हमारी सरकार की देश की बेलगाम बढ़ती आबादी पर लगाम लगाने के लिये कंडोम के इस्तेमाल की सलाह के जैसी ही कोई योजना हो कि यदि आप हमारे देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिये अपने मुल्क से आतंकवादी भेज कर सहायता करना चाहें तो इस बात का ध्यान रखिये कि उम्र अट्ठारह साल से कम ही हो ताकि हम उन्हें राष्ट्रदामाद बना कर उनकी खातिरदारी करें और मात्र तीन साल बाद ससम्मान वापस आपके देश भेज दिया जाए ताकि वे हवाई जहाज हाईजैकिंग आदि जैसे थोड़े बड़े कामों में सहयोग कर सकें जिसके बदले में हमारे प्रधानमंत्री या अन्य जिम्मेदार सत्ताधारी आपके आतंकियों को सप्रेम आपको देने जा सकें। मेहरबानी करके इस बात का अवश्य ध्यान रखें एक बार फिर से कि अगली खेप में जो आतंकवादी भेजें उनकी उम्र सतरह साल के आस पास ही हो। इस तरह हमारी जनसंख्या का नियंत्रण भी आसानी से होता रहेगा।
जय जय भड़ास
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