* ॠण ( क़र्ज़ ) मुक्ति हेतु उपाय *

सोमवार, 11 मई 2009


१ - निम्न स्त्रोतों में से किसी का भी नियमित पाठ करने से आय के साधनों में वृद्धि ,यदि कोई धन दबाकर बैठ गया हो ,तो वह लौटने को भी विवश हो सकता है --श्री कनकधारा स्त्रोत , ऋण-हर्ता गणपति स्त्रोत , ऋण-मोचक मंगल स्त्रोत , श्री सूक्त पाठ , गजेन्द्र मोक्ष एवं कुबेर मंत्र का पाठ करें।
२ - ऋण मुक्ति के लिए बुधवार को गाय को हरी घास अवश्य खिलाये । यदि ऋण मुक्ति के बाद भी खिलाते रहेंगे तो आपका व्यवसाय और अधिक उन्नति करेगा ।
3 - प्रत्येक बुधवार को किसी श्री गणेश मंदिर में जाकर मोदक का भोग अर्पित करें तथा ११ परिक्रमा करें । परिक्रमा के समय 'ॐ गं गणपतये नमः ' का जप करें।
4 - जब तक ऋण पूर्ण रूप से समाप्त न हो जाये तब तक नियमित रूप से पीपल वृक्ष को जल अर्पित करें और उसके गीली मिटटी से तिलक करें । इसके प्रभाव से भी आप शीघ्र क़र्ज़ मुक्त होंगे ।
-आचार्य रंजन (ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ ),बेगुसराय ,बिहार

0 टिप्पणियाँ:

प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। कोई भी अश्लील, अनैतिक, असामाजिक,राष्ट्रविरोधी तथा असंवैधानिक सामग्री यदि प्रकाशित करी जाती है तो वह प्रकाशन के 24 घंटे के भीतर हटा दी जाएगी व लेखक सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। यदि आगंतुक कोई आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल संचालक को सूचित करें - rajneesh.newmedia@gmail.com अथवा आप हमें ऊपर दिए गये ब्लॉग के पते bharhaas.bhadas@blogger.com पर भी ई-मेल कर सकते हैं।
eXTReMe Tracker

  © भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८

Back to TOP