मकडी - आप की जान की दुश्मन
शुक्रवार, 1 मई 2009
यदि आप लापरवाही के साथ सार्वजनिक शौचालय का प्रयोग करते हैं तो सावधान हो जाएं। पिछले दिनों एक ऐसी खतरनाक मकड़ी की खोज हुई है जो सार्वजनिक शौचालयों में ही पाई जाती है। देखने में तो यह मकड़ी छोटी सी दिखती है लेकिन इसका जहर बहुत खतरनाक होता है।
ठंडी और अंधेरी जगहों में पाई जाने वाली इस मकड़ी का शिकार बने सभी लोगों में एक जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह मकड़ी पूरी दुनिया में फैल सकती है।
ऐसे सामने आई मकड़ी
इस मकड़ी की खोज उस घटना के बाद हुई है जब उत्तरी फलोरिडा के एक अस्पताल में पांच दिनों में तीन महिलाओं को जब एक के बाद एक भर्ती किया गया। इन तीनों महिलाओं में एक ही लक्षण देखने को मिले। डॉक्टर जब तक इन्हें बचा पाते इससे पहले इनकी मौत हो गई। इन महिलाओं के शरीर पर न कोई चोट के निशान मिले और न कोई मानसिक अघात जैसा मामला सामने आया।
इन महिलाओं के शरीर में जहर फैला हुआ था। सबसे बड़ी बात यह थी कि ये महिलाएं एक दूसरे को नहीं जानती थीं। इनमें बस एक ही बात कॉमन थी। इन तीनों महिलाओं ने एक स्थानीय रेस्टोरेंट के शौचालय का उपयोग किया था। बस यही इनका मौत का कारण बन गया।
ये हैं लक्षण
इस मकड़ी के काटने के बाद ठंड लगने के साथ बुखार और उल्टी होती हैं। जिसके बाद मरीज धीरे-धीरे कमजोर होता जाता है। हड्डियों में दर्द के साथ शरीर टूटता है और देखते-देखते मरीज की मौत हो जाती है।
ठंडी और अंधेरी जगहों में पाई जाने वाली इस मकड़ी का शिकार बने सभी लोगों में एक जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह मकड़ी पूरी दुनिया में फैल सकती है।
ऐसे सामने आई मकड़ी
इस मकड़ी की खोज उस घटना के बाद हुई है जब उत्तरी फलोरिडा के एक अस्पताल में पांच दिनों में तीन महिलाओं को जब एक के बाद एक भर्ती किया गया। इन तीनों महिलाओं में एक ही लक्षण देखने को मिले। डॉक्टर जब तक इन्हें बचा पाते इससे पहले इनकी मौत हो गई। इन महिलाओं के शरीर पर न कोई चोट के निशान मिले और न कोई मानसिक अघात जैसा मामला सामने आया।
इन महिलाओं के शरीर में जहर फैला हुआ था। सबसे बड़ी बात यह थी कि ये महिलाएं एक दूसरे को नहीं जानती थीं। इनमें बस एक ही बात कॉमन थी। इन तीनों महिलाओं ने एक स्थानीय रेस्टोरेंट के शौचालय का उपयोग किया था। बस यही इनका मौत का कारण बन गया।
ये हैं लक्षण
इस मकड़ी के काटने के बाद ठंड लगने के साथ बुखार और उल्टी होती हैं। जिसके बाद मरीज धीरे-धीरे कमजोर होता जाता है। हड्डियों में दर्द के साथ शरीर टूटता है और देखते-देखते मरीज की मौत हो जाती है।
1 टिप्पणियाँ:
इस पूरी पोस्ट से एक नैतिक संदेश निकल कर आता है कि भाई भड़ासियों उत्तरी फ्लोरिडा मत जाना और जाना तो रेस्टोरेंट में मत जाना और अगर चले भी गये तो पेट दबा कर रखना यानि कि शौचालय इस्तेमाल मत करना। भारत में मकड़ी या मच्छर से कुछ हो ही नही पाता मुंबई में धारावी एशिया का सबसे बड़ी झोपड़पट्टी है इंसान खुद कीड़े-मकोड़ों जैसी जिंदगी बिता रहे हैं मकड़ी इनका कुछ नहीं उखाड़ सकती हैं ये बड़े बेशर्म जान लोग हो चले हैं
जय जय भड़ास
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