मेरे मन के सवाल ?
गुरुवार, 18 जून 2009
कर लेते हैं शायरी जाने किसका ख्याल लेकर
कभी किसी की कभी अपनी जान लेकर
लिखते लिखते कब नगमा बनता गया
जिए जा रहे हैं जाने कितने सवाल लेकर
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कर लेते हैं शायरी जाने किसका ख्याल लेकर
कभी किसी की कभी अपनी जान लेकर
लिखते लिखते कब नगमा बनता गया
जिए जा रहे हैं जाने कितने सवाल लेकर
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
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