कुछ तो सोचो
शनिवार, 13 जून 2009
दबा के कब्र मे, सब चल दिए ! दुआ, ना सलाम !
ज़रा सी देर मे, क्या हो गया जमाने को !
अपनी भड़ास को सीधे ही अपने ई-मेल द्वारा इस पते पर भेजिये bharhaas.bhadas@blogger.com
भड़ासी अपने चिट्ठों को यहां भड़ास के अपने एग्रीगेटर पर सूचीबद्ध करें अपने चिट्ठे का URL सीधे ही हरे रंग के प्लस(+)के चिन्ह पर क्लिक करके जोड़िये
दबा के कब्र मे, सब चल दिए ! दुआ, ना सलाम !
ज़रा सी देर मे, क्या हो गया जमाने को !
© भड़ास भड़ासीजन के द्वारा जय जय भड़ास२००८
Back to TOP
3 टिप्पणियाँ:
क्या बात है पीडादायक अनुभूति
भाई!परेशान न हों आजकल लोग दुआ सलाम व खैरियत sms और ई-मेल से कर लिया करते हैं इंतजार करेंगे तो पाएंगे कि बहुत सारे sms दुआ-ए-खैर के आ गए हैं:)
जय जय भड़ास
भावनात्मक रचना
बधाई
एक टिप्पणी भेजें